2.14 करोड़ से चकाचक होंगी मजरों की सड़कें

जागरण संवाददाता फतेहपुर यमुना तिरहार की सरकंडी ग्राम सभा में छोटे-बड़े 350 डेरे व

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:47 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:47 PM (IST)
2.14 करोड़ से चकाचक होंगी मजरों की सड़कें
2.14 करोड़ से चकाचक होंगी मजरों की सड़कें

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : यमुना तिरहार की सरकंडी ग्राम सभा में छोटे-बड़े 350 डेरे व मजरे हैं। अकेले ग्राम निधि से यहां का संपूर्ण विकास संभव नहीं है। पंचायत के कच्चे रास्तों, मुख्य मार्गों व 250 की आबादी वाले गांवों का विकास हो इसके लिए प्रशासन ने यहां के लिए सभी विकास परक योजनाओं का खजाना खोल दिया है। असोथर-लक्ष्मणकुटी मुख्य मार्ग से मुंजीकुंआ तक करीब 3.10 किलोमीटर पक्की सड़क के लिए 2.14 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हुई है।

इंटरनेट मीडिया में दो दिन पहले बाबू सिंह के डेरा से पासिनडेरा तक की कच्ची सड़क की फोटो वायरल हुई थी। इस फोटो में एक बीमार को चारपाई की डोली बनाकर उपचार के लिए ले जाया जा रहा था। एसडीएम प्रमोद झा और नायब तहसीलदार विकास पांडेय ने रात में पुलिस बल के साथ इस सड़क का मूल्यांकन किया। यह वही सड़क है। इसके निर्माण के लिए ग्राम पंचायत का प्रस्ताव पर एक वर्ष पहले ही पीडब्ल्यूडी को दिया था। प्रस्ताव को उचित मानते हुए यह सड़क अनजुड़ी बसावटों व कृषि सुविधा योजना से स्वीकृत कर दी गई है। सड़क के बनने से तिरहार के 20 गांवों को आवागमन का प्रत्यक्ष रूप से तो करीब 80 डेरा व मजरों को अप्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलेगा। गांव के लोगों को जैसे ही जानकारी मिली कि यह सड़क बनेगी तो वह खुशी से उछल पड़े। कहां से कहां तक बनेंगी सड़क

अनजुड़ी बसावटों व कृषि सुविधा योजना से स्वीकृत हुई सड़क मुख्य मार्ग असोथर से लक्ष्मणकुटी के लिक रोड के रूप में बनाई जाएगी। उपरोक्त मुख्य मार्ग के बाबू सिंह के डेरा से सड़क शुरू होकर भोला केवट के डेरा से होकर मुंजीकुंआ के रणधीर सिंह के डेरा तक बनेंगी। इसकी कुल दूरी 3.10 किलोमीटर होगी। सड़क बनने से इन गांवों को मुख्य लाभ

बनने जा रही सड़क के किनारे मुख्य रूप से बाबू सिंह का डेरा, भोला केवट का डेरा, पासिनडेरा (तेलीकुआं), खाटू का डेरा, लोहारनडेरा, अहिरनडेरा, जनवारन का डेरा, छकना का डेरा, दुबे का डेरा, जोगी का डेरा, तोड़ी का डेरा, कहारन का डेरा, राम औतार का डेरा, खौंहाई, बद्री का डेरा, शंकर का डेरा, गड़रियन का डेरा, घोंघा का डेरा, मन्ना का डेरा है। साथ ही करीब 80 डेरा व मजरों का आवागमन भी दुरस्त होगा। वायरल फोटो वाली सड़क पहले से स्वीकृत : डीएम

जिस सड़क की फोटो वायरल करके विकास का मजाक उड़ाया गया है, वह सड़क पहले से ही स्वीकृत है। धनराशि स्वीकृति हो चुकी है, टेंडर भी खुल चुका है। कार्यदायी संस्था से अनुबंध की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही निर्माण भी कराया जाएगा। बड़ी ग्राम पंचायत होने के कारण अन्य योजनाओं से भी यहां काम कराने का ताना-बाना तैयार किया गया है।

अपूर्वा दुबे डीएम सड़क पर क्या बोले ग्रामीण

ग्राम सभा का संपूर्ण विकास हो इसके लिए प्रयास कर रहे हैं, कई विभागों से प्रस्ताव करके काम लिए हैं और भी लेंगे।

संतोष द्विवेदी, प्रधान प्रतिनिधि खुशी की बात है कि बदहाल सड़क अब बनने जा रही है, निश्चित तौर पर यह उपलब्धि से कम नहीं है।

कैलाश द्विवेदी, तेली कुंआ यमुना का किनारा होने के कारण यहां विकास की ज्यादा जरूरत है, काम हुए हैं और अब और हो रहे हैं।

मुकेश तिवारी, तिवारी डेरा मुंजी कुआं की सड़क नाबार्ड ने बनाई है, अब पीडब्ल्यूडी दूसरी सड़क बना रही है यह खुशी की बात है।

पंकज सिंह, भोला सिंह का डेरा

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