्रकेंद्र प्रभारियों की मनमानी के बीच आखिर बंद हो गई गेहूं खरीद

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद विगत 15 जून को समाप्त हो रही गेहूं खरीद की अवधि को शासन की

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 07:54 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 07:54 PM (IST)
्रकेंद्र प्रभारियों की मनमानी के बीच आखिर बंद हो गई गेहूं खरीद
्रकेंद्र प्रभारियों की मनमानी के बीच आखिर बंद हो गई गेहूं खरीद

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : विगत 15 जून को समाप्त हो रही गेहूं खरीद की अवधि को शासन की ओर से बढ़ाकर 22 जून कर दिया था। मंगलवार को गेहूं खरीद का अंतिम दिन था। हालांकि काफी किसान अंतिम दिन तक अपना गेहूं बेचने के लिए खरीद केंद्रों के चक्कर लगा रहे। गेहूं खरीद में इस बार केंद्र प्रभारियों ने जमकर मनमानी की। हालांकि कुछ शिकायतों पर जांच के बाद डीएम की ओर से तीन केंद्र प्रभारियों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई। इसके बावजूद काफी किसानों के गेहूं पंजीकरण के बावजूद धरे रह गए। कहीं वारदाना तो कहीं नेट कनेक्टिविटी न होने का बहाना कर खरीद से मना कर दिया गया। हालांकि प्रशासन की ओर से विगत वर्ष की तुलना में दो गुने किसानों से खरीद किए जाने का दावा किया जा रहा है।

केंद्र प्रभारियों की मनमानी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शासन की ओर से गेहूं खरीद की तिथि बढ़ने के बावजूद नवाबगंज स्थित खरीद केंद्र 15 जून को ही बंद कर दिए गए। पीसीएफ द्वारा साधन सहकारी समिति कनासी व खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा विपणन गोदाम पर दो सरकारी खरीद केंद्र खोले गए थे। पीसीएफ के बबना रोड पर संचालित कनासी खरीद केंद्र पर अक्सर वारदाना खत्म होने का बहाना बनाकर केंद्र प्रभारी द्वारा गेहूं की तौल न कर किसानों को परेशान किया जाता रहा। किसानों को 15 जून को भी खरीद केंद्र बंद मिला था। किसानों के गेंहू की खरीद न हो पाने के कारण शासन ने गेहूं खरीद की अवधि को बढ़ाकर 22 जून तक किया। इसके बाद भी 16 जून से नवाबगंज के दोनों खरीद केंद्रों को बंद कर दिया गया। कनासी के प्रभारी रवेंद्र सिंह ने बताया कि 15 जून तक ही गेहूं की खरीद करने के निर्देश दिए गए थे। खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा विपणन गोदाम पर संचालित खरीद केंद्र प्रभारी संतोष कुमार यादव ने बताया कि 16 जून से खरीद बंद है। बढ़ाई गयी अवधि में खरीद का कोई आदेश प्राप्त नही हुआ है।

हालांकि शमसाबाद केंद्र पर मंगलवार को गेहूं खरीद के अंतिम दिन चार किसान गेहूं बिक्री करने पहुंचे। जिनका केंद्र प्रभारी ने 182 कुंटल गेहूं खरीदा गया। इसके बाद कोई भी किसान गेहूं लेकर नहीं आया। केंद्र प्रभारी नीरू ने बताया खरीदे गए गेहूं की बोरियां टीन शेड में लगी है। अभी तक 7621 क्विंटल गेहूं की खरीद की जा चुकी है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी विवेक कुमार सिंह ने बताया कि गेहूं खरीद में अनियमितता की शिकायतों पर जांच के बाद तीन केंद्र प्रभारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो चुकी है। इसके अलावा कोई शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष मात्र 4097 किसानों से गेहूं खरीद हुई थी। जबकि इसबार 21 जून तक 7915 किसानों से 33669.64 मीट्रिक टन गेहूं खरीद हो चुकी है। कुल देय 66.50 करोड़ के सापेक्ष 60.91 करोड़ का भुगतान किसानों के खातों में भेजा जा चुका है। उन्होंने बताया कि खरीद के लिए केवल पंजीकरण पर्याप्त नहीं है। पंजीकरण में उपलब्ध कराए गए विवरण का तहसील से सत्यापन होने के बाद ही टोकन जनरेट हो सकता है।

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