अंतरजनपदीय वाहन चोर गिरोह का शातिर गिरफ्तार, छह बाइकें बरामद
संवाद सहयोगी कायमगंज कोतवाली पुलिस ने अंतरजनपदीय वाहन चोर गिरोह के एक शातिर चोर को
संवाद सहयोगी, कायमगंज : कोतवाली पुलिस ने अंतरजनपदीय वाहन चोर गिरोह के एक शातिर चोर को चोरी की एक बाइक बेचते ले जाने समय पकड़ा। पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर विभिन्न जिलों से चोरी कर लाई गईं पांच बाइकें और बरामद हुई।
पुलिस उपाधीक्षक राजवीर सिंह गौर ने कायमगंज कोतवाली में बताया कि गुरुवार की देर शाम कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विनय प्रकाश राय, एसएसआइ संतोष कुमार व फोर्स ने फर्रुखाबाद रोड स्थित टेड़ीकोन चौराहे पर यात्री प्रतीक्षालय के पास बाइक सहित एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा। उसने स्वयं को शमसाबाद थाना क्षेत्र के गांव ख्वाजा अहमदपुर कटिया निवासी उदयवीर पुत्र बालकराम बताया। सख्ती से पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसकी बाइक चोरी की है, जिसे वह बेचने के लिए ले जा रहा था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने पांच अन्य मोटरसाइकिलें बरामद की हैं। आरोपित ने बताया कि यह बाइकें उसने शाहजहांपुर व कन्नौज जिलों की विभिन्न जगहों से चोरी की हैं। इन सभी बाइकों को यहां बेचने के लिए इकठ्ठा किया था, जिन्हें एक-एक कर बेचने की योजना बनाई थी। आरोपित को जेल भेज दिया गया है। चोरों ने पुलिस को दी चुनौती, चौकी के पास बनी दुकान के तोड़े ताले
संवाद सूत्र, मोहम्मदाबाद : कोतवाली क्षेत्र में चोरों के हौसले बुलंद हैं। गुरुवार व शुक्रवार को चोरों ने पुलिस की नाक के नीचे चोरी की घटनाओं को अंजाम देकर खुली चुनौती दी है। इसके बावजूद भी पुलिस लापरवाही करने से बाज नहीं आ रही है। दुकानों के ताले टूटने से व्यापारियों में रोष व्याप्त है। घटना की सूचना के बाद भी पुलिस ने दोनों ही घटनास्थलों पर जाना तक मुनासिब नहीं समझा।
क्षेत्र के मदनपुर चौकी गेट के पास स्थित दुकान को चोरों ने निशाना बनाया और ताले तोड़कर दुकान में रखे 72 हजार रुपये तथा कई जोड़ी जूते-चप्पल चोरी कर ले गए। इटावा-बरेली हाईवे पर स्थित कसबा मदनपुर में घनश्याम गुप्ता की बुक स्टोर की दुकान है। इसी में वह अन्य सामान भी बेचते हैं। चोरों ने गोलक में रखे रुपये व अन्य सामान चोरी कर लिया। घटना की सूचना पुलिस को देने के बाद भी उन्होंने मौके पर आकर जांच नहीं की। इसके अलावा गुरुवार को कोतवाली मोहम्मदाबाद गेट पर स्थित एक स्टूडियो से चोरी हो चुकी है। इसमें भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और न ही जांच करने गई। पुलिस की लापरवाही दुकानदारों को भारी पड़ने लगी है।