इस बार उद्घाटन से पहले ही गंगा तट पर बस जाएगा तंबुओं का शहर
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद पांचालघाट स्थित पतित पावनी के तट पर इस बार रामनगरिया मेले का
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पांचालघाट स्थित पतित पावनी के तट पर इस बार रामनगरिया मेले का उद्घाटन होने से पहले ही मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को पड़ रहा है। इससे साधु-संत व श्रद्धालु 10 जनवरी तक तंबुओं के शहर में डेरा जमा लेंगे। इसी संभावना के चलते मेला रामनगरिया समिति ने तैयारियां तेज कर दी हैं। बुधवार को भूमि समतलीकरण का काम शुरू कराया गया।
पांचालघाट पर रामनगरिया मेले का उद्घाटन 17 जनवरी को होगा। इस बार 14 जनवरी को मकर संक्रांति का स्नान है। जिससे साधु-संत व कल्पवासियों का जमाबड़ा 10 जनवरी तक होने की संभावना है। इसी वजह से मेला समिति की ओर से तैयारियां तेजी से शुरू कर दी गई हैं। सोमवार को ट्रैक्टर लगाकर भूमि समतलीकरण का काम शुरू हो गया। गंगा में बाढ़ का प्रकोप पिछले दिनों अधिक रहा। जिससे मेला क्षेत्र में जबरदस्त जलभराव हुआ और कटान के चलते गहरे गड्ढे हो गए, झाड़ियां भी उग आई हैं। इससे समतलीकरण के काम में 20 से 25 दिन लगने की उम्मीद है। मेला व्यवस्थापक संदीप दीक्षित ने बताया कि छोटी-बड़ी करीब 700 दुकानें आवंटित की जाएंगी, जबकि गंगा तट पर प्रसाद आदि की 300 दुकानें ठेके पर उठती हैं। लगभग एक हजार दुकानें मेले में लगेंगी। इस बार भी ढाई घाट का मेला न लगने की जानकारी मिली है। इस कारण पिछली साल की अपेक्षा अन्य साधु-संत भी यहां आने के लिए संपर्क कर रहे हैं। हरिद्वार के जूना अखाड़े के संत जमुना गिरि ने भी फोन कर क्षेत्र लगाने के लिए भूमि आवंटित करने की मांग की है। बच्चा बाबा भी इस बार फिर क्षेत्र लगाएंगे। पहले से आ रहे साधु-संत भी आ जाएंगे। 10 जनवरी तक मेला क्षेत्र भर जाएगा। इसी संभावना के चलते प्रशासन की ओर से तैयारियां की जा रही हैं।