नगर पालिका कर्मी व जनसेवा केंद्र संचालक में हुई जमकर मारपीट

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कराने का ठेका सफाई नायक को देने को

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 10:09 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 10:09 PM (IST)
नगर पालिका कर्मी व जनसेवा केंद्र संचालक में हुई जमकर मारपीट
नगर पालिका कर्मी व जनसेवा केंद्र संचालक में हुई जमकर मारपीट

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कराने का ठेका सफाई नायक को देने को लेकर शनिवार दोपहर पालिका कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी एवं जनसेवा केंद्र संचालक में मारपीट हो गई। दोनों लोगों ने एक दूसरे पर अभद्रता करने का आरोप लगाया। हंगामा होने पर कार्यालय में अफरातफरी मच गई। अन्य कर्मचारियों ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को अलग किया।

शहर की कांशीराम कालोनी निवासी अखिलेश कुलश्रेष्ठ दोपहर को नगर पालिका कार्यालय पहुंचे। उन्होंने जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र कार्यालय में जाकर कर्मचारियों से मोहल्ला बढ़पुर निवासी तुलसीराम सैनी की पत्नी सोनकली का मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने के लिए कहा। कार्यालय में प्रमाणपत्र जारी करने में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नवनीत कनौजिया की प्रमुख भूमिका रहती है। अधिकांशत: वह ही आवेदनकर्ताओं से बात करते हैं। उनकी सहमति के बाद ही प्रमाणपत्र जारी हो पाते हैं। बातचीत के दौरान ही अचानक नवनीत कनौजिया व अखिलेश कुलश्रेष्ठ में मारपीट होने लगी। इससे अखिलेश का चश्मा टूट गया। दोनों पक्ष एक-दूसरे को धमकी देते हुए नगर पालिका अध्यक्ष कार्यालय के सामने आ गए। हंगामा होने से अफरातफरी मच गई। प्रधान लिपिक जितेंद्र मिश्रा, लिपिक अमित सक्सेना लालू आदि ने दोनों पक्षों को जैसे-तैसे अलग किया। दोनों ने एक-दूसरे पर अभद्रता करने का आरोप लगाया। अखिलेश ने बताया कि वह जनसेवा केंद्र चलाते हैं। सफाई नायक नंदकिशोर से उनकी बात हो गई थी। नवनीत उन्हें 15 दिन बाद आने के लिए कह रहे थे। इस पर वह कार्यालय के बाहर खड़े होकर नंदकिशोर से फोन पर बात करने लगे। तभी नवनीत ने वहां आकर उनके साथ धक्कामुक्की शुरू कर दी, इसी पर विवाद बढ़ गया। अधिशासी अधिकारी रविद्र कुमार ने बताया कि किसी ने उन्हें घटना की जानकारी नहीं दी है। वह विवाद की वजह पता कराएंगे। एएसपी के आदेश पर जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज

संवाद सूत्र, संकिसा : मेरापुर थाना क्षेत्र के गांव बसई खेड़ा निवासी ऊषा देवी ने पति शैलेश, ससुर रामपाल, सास सुधा, देवर मंजेश, ननद गायत्री, चचिया ससुर गुड्डू तथा मझिया ओमकार व मिच्चीलाल के खिलाफ अपर पुलिस अधीक्षक के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया है।

दर्ज कराई रिपोर्ट में ऊषा ने कहा कि उसका विवाह शैलेश के साथ दो वर्ष पूर्व हुआ था। शादी में मांग के अनुसार सात लाख रुपये खर्च हुए थे। दान दहेज से ससुराली जन संतुष्ट नहीं थे और अतिरिक्त दहेज में दो लाख रुपये की मांग कर उत्पीड़न करने लगे। 10 माह पूर्व उसने मायके वालों से एक लाख रुपये ससुरालीजन को दिलवाए, लेकिन इससे भी वह संतुष्ट नहीं हुए। 24 नवंबर को उसके मायके थाना शमसाबाद के गांव वाजिदपुर निवासी भाई धर्मेंद्र व महेंद्र उसकी ससुराल आए थे। भाइयों के सामने ससुरालीजन ने जान से मारने की नियत से उसके ऊपर डीजल डालकर जलाने की कोशिश की। भाई धर्मेंद्र ने बहन को बचाने की कोशिश की तो पति शैलेश ने धर्मेंद्र के सिर पर राइफल की बट मार दी। जिससे धर्मेंद्र का सिर फट गया। उसने अपने आपको कमरे में बंद कर जान बचाई। चीख-पुकार सुनकर मौके पर काफी लोगों के पहुंच जाने पर आरोपित जान से मार देने की धमकी देकर मौके से चले गए। मेरापुर थाना प्रभारी जगदीश वर्मा ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

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