गंगा के जलस्तर ने छुआ चेतावनी बिदु
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद पहाड़ों पर हुई बरसात के कारण नरौरा बांध से बड़े पैमाने
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पहाड़ों पर हुई बरसात के कारण नरौरा बांध से बड़े पैमाने में पानी छोड़ा जा रहा है। इससे जिले में गंगा उफनाने लगी हैं। गंगा का जलस्तर चेतावनी बिदु पर पहुंच गया। बढ़े हुए जलस्तर के कारण गंगा के तट पर बसे कई गांवों में कटान शुरू हो गया है। सैकड़ों बीघा खेत कटकर गंगा की धार में समा गए। हजारों एकड़ फसलें जलमग्न हो गई हैं। खेतों में पानी भर जाने के कारण किसान कच्ची फसल काटने में जुटे हैं। बुधवार को गंगा का जलस्तर 40 सेंटीमीटर बढ़कर चेतावनी बिदु 136.60 मीटर पर पहुंच गया है। केंद्रीय जल आयोग के कंट्रोल रूम के मुताबिक नरौरा बांध से गंगा में 2,14,807 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसका असर गुरुवार को और ज्यादा दिखाई देगा। शमसाबाद क्षेत्र के गांव समैचीपुर चितार में कटान जारी है। ग्रामीणों ने मकान तोड़कर सामान सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जलस्तर और बढ़ा तो गांव का संपर्क शमसाबाद कस्बे से टूट जाएगा। जटपुरा कैलियाई, अजीजबाद व कटरी तौफीक आदि गांव के भी बाढ़ की चपेट में आने की आशंका बढ़ गई है। हुसैनपुर तराई विद्युत उपकेंद्र से जुड़े हरसिंहपुर कायस्थ गांव की विद्युत आपूर्ति बंद करा दी गई है, क्योंकि गांव में बाढ़ का पानी घुसने लगा है और सड़क के ऊपर पानी बह रहा है। सदर तहसील के पंखियन की मड़ैया में खेतों में पानी भर गया तो वहां मूंगफली की फसल उखाड़ने में जुट गए। गंगा के उफनाने पर पांचाल घाट के श्मसान घाट से पुल को जाने वाली सड़क भी डूब गई है। अपर जिलाधिकारी विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि गंगा में आई बाढ़ के प्रति प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। लेखपालों को निगरानी के लिए तैनात किया जा चुका है।