जेल में उपद्रव के मुकदमों की विवेचना सीओ कायमगंज को
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद जिला जेल में हुए उपद्रव पर जेलर और सीओ सिटी ने एक-एक मुकदमे
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिला जेल में हुए उपद्रव पर जेलर और सीओ सिटी ने एक-एक मुकदमे दर्ज कराए थे। दोनों मुकदमों की विवेचना फतेहगढ़ कोतवाली प्रभारी को दी गई थी। अब मुकदमों की विवेचना कायमगंज क्षेत्राधिकारी को दी गई है।
जिला जेल में दहेज हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी संदीप यादव की इलाज के दौरान सैफई मेडिकल कालेज में मौत हो गई थी। इस पर कैदी और बंदियों ने सात नवंबर को जेल में बवाल कर दिया था। उपद्रवी कैदियों ने आग लगाकर जेल अस्पताल को राख कर दिया था। पथराव और गोलीबारी हुई थी। गोली लगने से एक बंदी शिवम की मौत हो गई थी। इस मामले में जेलर अखिलेश कुमार ने 27 नामजद और अज्ञात बंदी व कैदियों के खिलाफ बलवा का मुकदमा दर्ज कराया था। सीओ सिटी प्रदीप सिंह ने सैकड़ों बंदी व कैदियों के खिलाफ बलवा आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि दोनों मामलों की विवेचना कायमगंज क्षेत्राधिकारी सोहराब आलम को दी गई है। जांच अधिकारी बंदी शिवम के कमर से बरामद की गई गोली को जांच के लिए झांसी भेजेंगे।
एके 47 से चलाई गई थीं चार गोलियां: जिला कारागार में हुए बवाल को देखते हुए पुलिस ने भी आधुनिक असलहे से फायरिग की थी। एके 47 से चार गोलियां चलाई गईं थीं। गोलियां कम निकलने पर इसकी जानकारी हुई। हालांकि पुलिस अधिकारी इस संबंध में कुछ बोल नहीं रहे हैं।
सात नवंबर की सुबह कैदी और बंदियों द्वारा पथराव कर आग लगा दी गई थी। जब कुछ बंदियों द्वारा फायरिग की गई तो पुलिस ने भी जवाबी फायर किए गए थे। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने एके 47 से चार गोलियां चलाई थीं। जब कि अन्य असलहों से भी फायरिग की गई थी।