चयन वेतनमान लगाने को बेसिक शिक्षा विभाग में शुरू है खेल
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद बेसिक शिक्षा विभाग में बिना साठगांठ के कोई भी काम होना मुश्कि
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : बेसिक शिक्षा विभाग में बिना साठगांठ के कोई भी काम होना मुश्किल है। फिर चाहे वह पेंशन भुगतान हो या फिर चयन वेतनमान का भुगतान। जिले में करीब 250 से ज्यादा शिक्षकों के चयन वेतनमान लगवाए जाने का खेल ब्लाक स्तर से जिला स्तर तक शुरू हो गया है। सांठगांठ वालों की फाइलें ही पास की जा रही हैं। हालांकि जिम्मेदार शिकायत मिलने पर जांच करवाए जाने की बात कह रहे हैं।
जिले में लगभग ढाई सौ से ज्यादा ऐसे शिक्षक हैं, जिन्हें एक ही पद पर सेवा करते हुए दस साल हो गए और अब इनका चयन वेतनमान लगना है। चयन वेतनमान लगाने को लेकर ब्लाक संसाधन केंद्र से लेकर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों ने साठगाठ का खेल शुरू कर दिया है। जो लोग चढ़ावा नहीं चढ़ा रहे, उनकी फाइलें दबी हैं। बताते हैं कि चयन वेतनमान लगाने के नाम पर जिला व ब्लाक स्तर के अधिकारियों व बाबुओं की साठगाठ से पांच से दस हजार रुपये लिए जा रहे हैं। कुछ शिक्षक नेता भी चयन वेतनमान लगवाने को लेकर सक्रिय हो गए हैं। बीते दिनों ब्लाक राजेपुर क्षेत्र के एक शिक्षक ने चयन वेतनमान लगाने के नाम पर बीआरसी में तैनात एक बाबू पर रिश्वत मांगने का आरोप भी लगाया था।
क्या होता चयन वेतनमान
बेसिक शिक्षा विभाग में एक ही पद पर जो शिक्षक लगातार दस साल तक सेवा देता है, उसका चयन वेतनमान लगता है। ऐसे शिक्षकों की पत्रावली (सेवा पुस्तिका आदि) संबंधित ब्लाक के खंड शिक्षाधिकारी बीआरसी कार्यालय से बीएसए कार्यालय अग्रसारित करते हैं। बीएसए की मोहर लगने के बाद फाइल सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी को भेजी जाती है। यह बोले जिम्मेदार
'शिक्षकों के चयन वेतनमान की प्रक्रिया चल रही है। अगर कोई भी चयन वेतनमान के नाम पर सुविधाशुल्क मांगता है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। बीते दिन एक शिक्षक द्वारा चयन वेतनमान के नाम पर सुविधाशुल्क की शिकायत मिली है। मामले की गहनता से जांच करवाई जाएगी।' - लालजी यादव, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी।