लेखपालों के पास डंप हो रहे वरासत के मामले, चक्कर काट रहे ग्रामीण

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद वरासत की पत्रावलियों का निस्तारण एक सप्ताह में किए जाने के आद

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 07:35 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 07:35 PM (IST)
लेखपालों के पास डंप हो रहे वरासत के मामले, चक्कर काट रहे ग्रामीण
लेखपालों के पास डंप हो रहे वरासत के मामले, चक्कर काट रहे ग्रामीण

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : वरासत की पत्रावलियों का निस्तारण एक सप्ताह में किए जाने के आदेश सरकार ने दे रखे हैं। हकीकत यह है कि लेखपालों के पास आवेदन डंप हो जाते हैं। उनके चेले रिपोर्ट लगवाने के लिए सौदेबाजी करते हैं। मजबूरन लोग रुपये देते हैं। रुपये न देने पर वरासत के आवेदन ठंडे बस्ते में डाल दिए जाते हैं। तहसील सदर में ही 100 आवेदन लंबित चल रहे हैं। इसमें 39 मामले ऐसे हैं जो एक सप्ताह से अधिक पुराने हैं।

प्रदेश सरकार ने वरासत के मामलों को एक सप्ताह में निस्तारित करने का निर्देश दे रखा है। हकीकत यह है कि लेखपाल को वरासत के आवेदन पर जांच रिपोर्ट लगानी होती है। अधिकतर लेखपालों ने अपने खास लोग पाल रखे हैं। खास लोग ही हर प्रार्थनापत्र की जांच करते हैं और काम का सौदा तय करते हैं। तहसील सदर के रिकार्ड के अनुसार सोमवार तक वरासत के 100 मामले लंबित थे। जिनमें 61 आवेदन एक सप्ताह के अंदर प्राप्त हुए, जबकि 39 आवेदन एक सप्ताह से पुराने हैं। इससे यह तय है कि सात दिन में वरासत के मामलों का निस्तारण नहीं हो रहा है। गत सप्ताह जिलाधिकारी की ओर से पूछताछ हुई तो एक अधिकारी ने लेखपालों से कहा कि भले ही आवेदन निरस्त करें, लेकिन पत्रावली निस्तारित हो जानी चाहिए। तहसीलदार श्रद्धा पांडेय ने बताया कि वरासत के मामलों की वह रोज समीक्षा कर रही हैं। अधिक पत्रावलियां लंबित नहीं हैं। हो सकता है कि उनके न्यायालय में वरासत के कुछ मामले लंबित हों और वह ही पोर्टल पर दिखाए जा रहे हों। कायमगंज में 120, अमृतपुर में 36 मामले लंबित

वरासत के पोर्टल पर तहसील कायमगंज में सर्वाधिक 120 पत्रावली लंबित दिख रही हैं। तहसील सदर में 100 व अमृतपुर में सबसे कम 36 मामले लंबित हैं।

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