दबिश के दौरान हेलमेट व बॉडी प्रोटेक्टर न मिला तो निलंबन : आईजी

संवाद सूत्र जहानगंज उन्नाव में पुलिस द्वारा कराई गई विभाग की किरकिरी के बाद बड़े साहब क

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 11:21 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 11:21 PM (IST)
दबिश के दौरान हेलमेट व बॉडी प्रोटेक्टर न मिला तो निलंबन : आईजी
दबिश के दौरान हेलमेट व बॉडी प्रोटेक्टर न मिला तो निलंबन : आईजी

संवाद सूत्र जहानगंज : उन्नाव में पुलिस द्वारा कराई गई विभाग की किरकिरी के बाद बड़े साहब का रूख कड़ा दिखाई पड़ा। शुक्रवार को थाने के निरीक्षण के दौरान आइजी मोहित अग्रवाल ने मातहतों से स्पष्ट रूप से कहा कि दबिश या अन्य शांति व्यवस्था ड्यूटी के दौरान पुलिस कर्मी के पास बाडी प्रोटेक्टर, हेलमेट व डंडा न मिला तो सीधे निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।

आइजी मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार दोपहर करीब 3.20 पर थाना परिसर में पहुंचकर निरीक्षण किया। उन्होंने थाना प्रभारी दिनेश गौतम से थाने आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कराए जाने की जानकारी ली। थाना प्रभारी ने बताया कि गेट पर प्रवेश करने के दौरान सबसे पहले थर्मल स्केनिग की जाती है व उसके बाद आगंतुक को सैनिटाइज कराया जाता है। आफिस में पहुंचकर दीवान धीमप्रताप से निगरानी रजिस्टर मांगा। उसमें तीन माह से हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की कोई भी बीट दर्ज न होने पर नाराजगी जताई। रजिस्टर नंबर 4 चेक कर मुख्य आरक्षी सत्यनारायण सिंह से चोरी के मुकदमों के संबंध में जानकारी हासिल की। दीवान ने बताया कि कुछ दिन पूर्व चोरी के मुकदमे में कुछ लोगों को जेल भेजा गया था। उन्होंने पूछा कि क्या इन अपराधियों के खिलाफ हिस्ट्रीशीटर या गैंगस्टर की कार्रवाई की गई। इस पर दीवान ने नहीं में जवाब दिया, तो उन्होंने नाराजगी जताई।

आईजी ने कहा कि किसी भी घटना में जाने से पूर्व अपना हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर तथा डंडा साथ लेकर जाएं, यदि कोई पुलिसकर्मी दबिश के दौरान खाली हाथ गया तो उसके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। एसपी अशोक कुमार मीणा, क्षेत्राधिकारी मोहम्मदाबाद सोहराब आलम, अमृतपुर अजेय शर्मा आदि मौजूद रहे।

थाना पुलिस की कमजोरी से होती हैं घटनाएं : आइजी

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा कि थाना पुलिस की कमजोरी के चलते बड़ी घटनाएं होते हैं। अगर पुलिस गश्त व पिकेट व्यवस्था ठीक होगी तो बवाल नहीं होंगे।

शहर के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में आइजी ने उन्नाव में हुए बवाल के प्रश्न के उत्तर में कहा कि जिन थानों में पुलिस कमजोर है. वहां पर घटनाएं बढ़ जाती हैं। इसके लिए गश्त व पिकेट व्यवस्था मजबूत करनी होगी। सूनसान इलाकों पर नजर रखनी होगी। छोटे से छोटे मामले भी गंभीरता से लिए जाएं, तभी बड़ी घटना होने से बच सकती है. उन्होंने कहा कि जनपद स्तर, रैंक, जोन व प्रदेश स्तर पर गैंग पंजीकृत हैं। शराब, खनन माफिया, भाड़े पर कराई जाने वाली हत्या के शातिरों की मानीटरिग की जा रही है. पुलिस को चाहिए कि सूनसान इलाकों पर नजर रखे। शव मिलने पर उनकी पहचान कराएं और छानबीन के बाद केस खत्म करें। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने आइजी से भेंट की। इस अवसर पर एसपी अशोक कुमार मीणा, एएसपी अजय प्रताप, सीओ सिटी नितेश सिंह आदि मौजूद रहे। लंबित विवेचनाओं के निस्तारण के दिए निर्देश

पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार को पुलिस लाइन सभागार में जनपद के थानेदार और क्षेत्राधिकारियों के साथ बैठक की। आइजी ने जेल से छूटने वाले अपराधियों पर नजर रखने व गैंगस्टर में कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने लंबित विवेचनाओं के निस्तारण पर भी जोर दिया। खामियां मिलने पर थानेदारों पर नाराजगी जताई। इस दौरान पुलिस अधीक्षक, एएसपी, जिले के सभी क्षेत्राधिकारी व थाना प्रभारी मौजूद रहे।

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