जल्द होगी लोहिया अस्पताल में आरटीपीसीआर की जांच

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद अभी कोविड की रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन (आरटी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 07:48 PM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 07:48 PM (IST)
जल्द होगी लोहिया अस्पताल में आरटीपीसीआर की जांच
जल्द होगी लोहिया अस्पताल में आरटीपीसीआर की जांच

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : अभी कोविड की रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन (आरटीपीसीआर) जांच का सैंपल सैफई मेडिकल कालेज भेजा जा रहा है। रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन लग जाते हैं। ऐसे में लोगों को जांच रिपोर्ट के लिए परेशान होना पड़ता है। अब लोगों को जल्द राहत मिलेगी। मात्र चार घंटे में आरटीपीसीआर रिपोर्ट मिल जाएगी। इसके लिए लोहिया अस्पताल में लैब तैयार हो गई है।

डा. राममनोहर लोहिया चिकित्सालय परिसर में आरटीपीसीआर लैब बनकर तैयार हो गई है। जांच संबंधित मशीनें भी आ गईं हैं। अब फिटिग होनी बाकी है। इसके लिए इंजीनियर के आने का इंतजार किया जा रहा है। माना जा रहा है अगले माह से लैब शुरू हो जाएगी। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सर्वेश यादव ने बताया कि लैब का कार्य पूरा कर लिया गया है। अब केवल मशीनों की फिटिग होनी है। इसके लिए इंजीनियर के आने का इंतजार किया जा रहा है। उनके बताने के आधार पर बिजली फिटिग और कौन सी मशीन कहां रखी जाएगी, इसका काम कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि चार घंटे में आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट मिल जाएगी। आठ लोगों का रहेगा स्टाफ, हो गई भर्ती

आरटीपीसीआर लैब में आठ लोगों का स्टाफ रहेगा। इसके लिए कर्मचारियों की भर्ती कर ली गई है। यह भर्ती मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा संविदा पर की गई है। स्टाफ में तीन लैब टेक्नीशियन (लैब टेक्नीशियन), दो एलए (लैब अटिडेंट), एक डीईओ (डाटा इंट्री आपरेटर) दो माइक्रो बायोलिस्ट रहेंगे।

भवन निर्माण के लिए भेजा 21 लाख का प्रस्ताव

आरटीपीसीआर लैब के लिए भवन निर्माण को करीब 21 लाख प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया, लेकिन अभी तक प्रस्ताव मंजूर नहीं हो सका। हालांकि भवन निर्माण पूरा करा लिया गया। अब ठेकेदार भुगतान के लिए विभाग के चक्कर लगा रहे हैं।

आठ लाख की लागत से आया फर्नीचर

आरटीपीसीआर लैब के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आठ की लागत से फर्नीचर खरीदा है। इसमें एयर कंडीशनर, बिजली फिटिग, पंखे आदि शामिल हैं।

मेरठ, लखनऊ, आगरा भेजे गए थे सैंपल

कोरोना काल में आरटीपीसीआर के सैंपल लखनऊ, मेरठ, आगरा, कानपुर, सैफई मेडिकल कालेज इटावा आदि जगहों पर भेजे गए थे। रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन का समय लगता था। किसी की रिपोर्ट आठ दिन बाद आई। इससे लोगों को परेशान होना पड़ा था। इससे अब लोगों को छुटकारा मिलेगा।

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