रिटायर्ड पुलिस कर्मी ने तड़पकर तोड़ा दम, नहीं आए स्वजन

संवाद सूत्र कमालगंज 12 साल पहले पुलिस की नौकरी से रिटायर हुआ ग्रामीण जब बीमार हुआ तो

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 10:31 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 10:31 PM (IST)
रिटायर्ड पुलिस कर्मी ने तड़पकर तोड़ा दम, नहीं आए स्वजन
रिटायर्ड पुलिस कर्मी ने तड़पकर तोड़ा दम, नहीं आए स्वजन

संवाद सूत्र, कमालगंज : 12 साल पहले पुलिस की नौकरी से रिटायर हुआ ग्रामीण जब बीमार हुआ तो किराएदार ने भतीजे के सहयोग से सीएचसी में चार दिन पूर्व भर्ती कराया। ऑक्सीजन लेवल कम होने पर सोमवार रात रिटायर्ड पुलिस कर्मी ने दम तोड़ दिया। जिस पर अस्पताल स्टाफ ने मृतक के स्वजनों को फोन पर सूचना दी, लेकिन कोई शव लेने को तैयार नहीं हुआ। मशक्कत के बाद किराएदार तथा परिवारिक भतीजे को बुलाकर शव सौंप दिया।

मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के गांव धीरपुर ज्योता निवासी वर्तमान में कस्बे के मोहल्ला नई बस्ती में रह रहे 72 वर्षीय लालाराम मौर्य सात अप्रैल को सांस लेने की दिक्कत होने पर अपने किराएदार राजू के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दवा लेने आए थे। हालत गंभीर होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कर लिया गया था। भर्ती कराने के बाद किराएदार लौट गया। सोमवार रात इलाज के दौरान लालाराम ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। लालाराम की मौत के बाद जब कोई भी व्यक्ति शव लेने नहीं आया तो यहां मौजूद स्टाफ ने भर्ती कराने वाले किराएदार राजू को फोन करके बुलाया और उसे शव को सौंप दिया। ग्रामीणों ने बताया कि लालाराम करीब 12 वर्ष पूर्व पुलिस की नौकरी से रिटायर हुए थे। उन्होंने दो शादियां की थीं। पहली पत्नी राममूर्ति के तीन बच्चे हैं, जिसमें दो पुत्रियां व एक पुत्र है। पुत्रियों की शादी हो चुकी है। पुत्र मनोज सिचाई विभाग में नौकरी करता था। करीब पांच वर्ष पूर्व पुत्र की भी मौत हो चुकी है। उसके स्थान पर पुत्रवधू आरती कानपुर में नौकरी कर रही है। दूसरी पत्नी उर्मिला के एक पुत्र सौरभ है, जो दिल्ली मे नौकरी कर रहा है। जहानगंज मार्ग पर दो मकान हैं, जो दोनों पत्नियों के पास अलग अलग हैं और आठ दुकाने हैं। जो किराये पर उठी हैं। लालाराम काफी समय से सांस की बीमारी से पीड़ित थे। अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान दोनों पत्नियों में एक भी उन्हें देखने तक नहीं आई। मंगलवार को परिवारिक भतीजा आशीष तथा उनके गांव का ही पुन्नूलाल, महेंद्र कुमार व किराएदार राजू ने अस्पताल पहुंचकर उनके शव को लेकर चाचूपुर घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया।

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