बौद्ध नगरी में दो माह बाद खुला धार्मिक स्थल, पूजा अर्चना शुरू

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद देश-दुनिया में प्रसिद्ध भगवान बौद्ध की तपस्थली संकिसा में दो माह बाद प

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 11:35 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 11:35 PM (IST)
बौद्ध नगरी में दो माह बाद खुला धार्मिक स्थल, पूजा अर्चना शुरू
बौद्ध नगरी में दो माह बाद खुला धार्मिक स्थल, पूजा अर्चना शुरू

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : देश-दुनिया में प्रसिद्ध भगवान बौद्ध की तपस्थली संकिसा में दो माह बाद पुरातत्व विभाग के आदेश पर बुधवार को धार्मिक स्थल के ताले खुल गए। जिले के अलावा जनपद मैनपुरी व एटा के बौद्ध व सनातनधर्मी श्रद्धालुओं ने वहां पहुंचकर पूजा अर्चना आदि धार्मिक संस्कार भी संपन्न किए। लंबे समय बाद मां विसारी देवी मंदिर में घंटों की गूंज भी सुनाई दी। हालांकि विदेशी बौद्ध मठ मंदिरों में अभी बंदी का बोर्ड ही लगा है। बौद्ध श्रद्धालुओं को उम्मीद है कि जल्द ही इंतजार खत्म होगा और सभी मंदिर खुल जाएंगे।

बौद्ध तीर्थ स्थल संकिसा स्थित धार्मिक स्थल पर देश के अलावा दुनिया भर के बौद्ध श्रद्धालुओं का आना रहता है। यहां म्यांमार, श्रीलंका, जापान, कंबोडिया सहित स्थानीय भंते व अन्य लोगों के करीब एक दर्जन मठ मंदिर है। इनमें कई विदेशी मंदिरों में भगवान बुद्ध की प्रतिमाएं दर्शनीय होने से लोगों को खासा आकर्षित करती है। मठ मंदिरों में हजारों लोगों के लिए ठहरने की व्यवस्था भी है। आलीशान कमरे व सुविधाएं उपलब्ध हैं। जिससे विदेश के बौद्ध श्रद्धालुओं को काफी सुविधा रहती है। पिछले साल कोरोना के प्रकोप के बाद यहां सन्नाटा पसरा गया था। कुछ माह के लिए मंदिर तो खुले लेकिन भीड़ नहीं जुटी। कोरोना की दूसरी लहर के चलते 15 अप्रैल को पुरातत्व विभाग ने धार्मिक स्थल पर ताला लगवा दिया था। जिला प्रशासन के आदेश पर अन्य मंदिर भी बंद हो गए। दो माह बाद सुबह धार्मिक स्थल खुला तो बौद्ध व सनातनधर्मी श्रद्धालुओं ने वहां आकर अपनी-अपनी पूजा पद्धति के अनुसार पूजा अर्चना की। मां विसारी देवी मंदिर व हनुमान मंदिर में पूजा के साथ घंटों की आवाज गूंजती रही। पड़ोसी जनपद मैनपुरी व एटा के बौद्ध अनुयायियों ने भी वहां दर्शन पूजन किया। जनपद एटा के कस्बा जैथरा आयी पाशा चौहान, रेखा चौहान, नीतू तोमर, धीरेंद्र सिंह आदि ने बताया कि संकिसा आने से अच्छा लगता है। उन्होंने उम्मीद जताई का जल्द ही अन्य मंदिर भी खुलेंगे। संकिसा के दुकानदार भी विदेश के श्रद्धालुओं के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

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