रामगंगा खतरे के निशान से 65 सेमी पार, गंगा खतरे पर पहुंची

संवाद सहयोगी अमृतपुर पहाड़ों पर हुई अतिवृष्टि से रामगंगा उफना गई हैं और खतरे के ि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 11:42 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 11:42 PM (IST)
रामगंगा खतरे के निशान से 65 सेमी पार, गंगा खतरे पर पहुंची
रामगंगा खतरे के निशान से 65 सेमी पार, गंगा खतरे पर पहुंची

संवाद सहयोगी, अमृतपुर : पहाड़ों पर हुई अतिवृष्टि से रामगंगा उफना गई हैं और खतरे के निशान 65 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई हैं। गंगा खतरे के निशान पर पहुंच गई हैं। गंगा व रामगंगा की बाढ़ का पानी गांव व घरों में भर जाने से आवागमन बाधित हो गया है। गांवों में लोग नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं। बदायूं मार्ग पर चित्रकूट के निकट बाढ़ का पानी तेज धार करीब ढाई फिट उंची बहने से आवागमन बाधित हो गया है।

गंगा का जलस्तर पांच सेंटीमीटर बढ़कर खतरे के निशान 137.10 मीटर पर पहुंच गया है। नरौरा बांध से 96,305 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रामगंगा का जलस्तर 55 सेंटीमीटर बढ़कर 137.75 मीटर पर पहुंच गया है। खोह, हरेली व रामनगर से रामगंगा में 12,146 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा की बाढ़ का पानी तटवर्ती गांव हरसिंहपुर कायस्थ, ऊगरपुर, सुंदरपुर, भुड़रा, राजाराम की मड़ैया, कछुआ गाढ़ा, भरखा नगला दुर्गू, जिठौली आदि गांवों में भर गया है। पट्टी भरखा में धनीराम, सर्वेश, सुभाष, अशोक, वीरपाल, बृजनंदन, सरवन व रामसनेही के घरों में पानी भरा है। जिससे ग्रामीणों का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। पंखियन नगला, अंबरपुर की मड़ैया, चित्रकूट, भुड्डन की मड़ैया, भुड़रा व हरसिंहपुर कायस्थ के घरों में बाढ़ का पानी भर जाने से ग्रामीण सड़क के किनारे व मकान की छत पर पालीथिन के नीचे परिवार के साथ गुजर करने को मजबूर हैं। भुड़रा गांव में ग्रामीणों ने खाली प्लास्टिक की केन पर चारपाई बांधकर जुगाड़ की नाव बनाई है। ग्रामीण जुगाड़ की नाव के सहारे इधर उधर आवागमन कर रहे हैं। गांव में नाव नहीं मिली है।

बदायूं मार्ग पर बह रहा पानी

चित्रकूट के निकट व राजेपुर डिप बदायूं मार्ग पर करीब ढाई फिट बाढ़ का पानी तेज धार से बह रहा है जिससे आवागमन बाधित हो गया है। चित्रकूट के निकट बाढ़ के पानी की तेज धार में बाइक सहित सैनिकों के बहने के बाद पुलिस ने सड़क के किनारे लाल झंडिया लगवा दी हैं। सबलपुर मार्ग पर भी कई जगह दौलतपुर, हरिहरपुर व हमीरपुर संपर्क मार्ग पर बाढ़ का पानी तेज धार से बह रहा है।

खेतों में बोवाई बाधित

बेमौसम बरसात के बाद गंगा व रामगंगा की बाढ़ का पानी खेतों में भर जाने से बोवाई बाधित हो गई है। बरसात से खेत में तैयार धान, तिल, मेंथा व बाजरा की फसलें खराब हो गई है। किसानों द्वारा बोया गया आलू व सरसों की फसल खराब हो जाने से किसान तबाह हो गया है। अब खेत मे पानी भर जाने से बोवाई बाधित हो जाने से किसान चितित हैं।

रामगंगा की धार से खौफ में ग्रामीण

रामगंगा की बाढ़ का पानी अमैयापुर संपर्क मार्ग पर दो फीट से अधिक बहने से आवागमन बाधित हो गया है। रामगंगा की धार से खौफजदा अहलादपुर भटौली के ग्रामीण अपने मकान तोड़ रहे हैं। एसडीएम प्रीती तिवारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों में लेखपालों को तैनात कर अलर्ट कर दिया गया है। बाढ़ से घिरे गांव के ग्रामीणों को आवागमन के लिए 36 नाव लगवा दी गई हैं। 12 नाव पहले से ही गांव में भेजी गई थी। ग्रामीणों का आवागमन बाधित नहीं होने दिया जाएगा।

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