अभिभावकों तक के पास नहीं स्मार्ट फोन, ई-पाठशाला पर जोर

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले अधिकांश छात्र तो दूर अभिभावकों

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 08:16 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 08:16 PM (IST)
अभिभावकों तक के पास नहीं स्मार्ट फोन, ई-पाठशाला पर जोर
अभिभावकों तक के पास नहीं स्मार्ट फोन, ई-पाठशाला पर जोर

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले अधिकांश छात्र तो दूर अभिभावकों तक के पास स्मार्ट फोन ही नहीं है। वहीं शासन का छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए ई-पाठशाला पर जोर है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बीएसए को भेजे पत्र में निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक कक्षा के दो बच्चों के अभिभावकों को स्कूल बुला कर उनके फोन पर एप डानलोड कराए जाएं व शिक्षक हर क्लास के पांच-पांच छात्रों से रोजाना फोन पर बात कर उनसे होमवर्क के बारे में बात करेंगे। शिक्षक प्रत्येक कक्षा और विषय के लिए मासिक पंचांग के अनुसार शैक्षणिक सामग्री साझा करेंगे। मिशन-ई पाठशाला फेज-थ्री के तहत प्रत्येक शिक्षक रोजोना अनिवार्य रूप से अपनी कक्षा के न्यूनतम दो बच्चों के अभिभावकों को विद्यालय बुलाकर उनके साथ बच्चों की पढ़ाई के बारे में चर्चा करेंगे। साथ ही बच्चों के होमवर्क की जांच करेंगे और उन्हें होमवर्क देंगे। अभिभावकों के स्मार्ट फोन पर रीड एलांग, प्रेरणा लक्ष्य व दीक्षा एप डाउनलोड करवाएंगे। इसके साथ ही उन्हें एप के उपयोग के बारे में भी बताएंगे। साथ ही शिक्षक प्रतिदिन अपनी कक्षा के पांच-पांच बच्चों से मोबाइल पर बात कर घर पर हो रही पढ़ाई की समीक्षा करेंगे। शिक्षक डायरी पर अभिभावकों व बच्चों से की गई वार्ता भी रोजाना अंकित करनी होगी। बीएसए व खंड शिक्षाधिकारी प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक कर ऑनलाइन पढ़ाई की समीक्षा करेंगे। प्रभारी जिला बेसिक शिक्षाधिकारी रमेशचंद्र जौहर ने माना कि लगभग 75 फीसद छात्रों के अभिभावकों के पास स्मार्ट फोन नहीं है। फिर भी कोरोना के चलते अधिक से अधिक बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई से लाभांवित करने का प्रयास किया जाएगा। एक से अधिक परिवारों को एक साथ बच्चों को बैठाकर पढ़ाई कराने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जाएगा। सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह महानिदेशक के आदेश का पालन करवाएं।

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