सहकारी समितियों पर ताले, खाद के लाले

संवाद सूत्र मोहम्मदाबाद बेमौसम बरसात ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अधिकांश खेतों में

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 06:23 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 06:23 PM (IST)
सहकारी समितियों पर ताले, खाद के लाले
सहकारी समितियों पर ताले, खाद के लाले

संवाद सूत्र, मोहम्मदाबाद : बेमौसम बरसात ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अधिकांश खेतों में बोवाई रुक गई है। जिन खेतों में आलू बोया गया उसे बरसात ने बर्बाद कर दिया। जब दोबारा बोवाई की नौबत आई तो खाद की किल्लत ने किसानों की मुसीबत बढ़ा दी। सोमवार को कई सहकारी समितियों पर ताले लटके रहे और स्टाक निल का बोर्ड लगा है। जिन समितियों पर खाद है, वहां एनपीके की दो-दो बोरी बांटी गईं। प्राइवेट दुकानों पर भी खाद नहीं है और जिनके पास है वह भी मनमाने दाम वसूल रहे हैं।

सहकारी समिति मदनपुर, ज्योंता, धीरपुर, मोहम्मदाबाद, सकवाई, खिमसेपुर व हरकमपुर में सोमवार को ताला लगा रहा। किसान सुबह से खाद की तलाश में पहुंच गए थे। हरकमपुर समिति के सचिव बृजभान सिंह के मोबाइल फोन का स्विच आफ था। खिमसेपुर समिति के सचिव सुनील कुमार ने बताया कि मंगलवार शाम तक खाद आने की उम्मीद है। 100 बोरी एनपीके आई थी, जो किसानों को बांट दी गई। खिमसेपुर निवासी प्रमोद कुमार, सलेमपुर निवासी नितिन अग्निहोत्री, पसनिगपुर निवासी टिल्लू व महेश वर्मा ने बताया कि सहकारी समिति खिमसेपुर में एक आधार कार्ड पर दो बोरी एनपीके खाद मिली थी। वह कई दिन से चक्कर लगा रहे हैं। समिति पर खाद नहीं है, जिससे बोवाई में विलंब हो रहा है। यह लोग प्राइवेट दुकानों पर भी तीन दिन से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन डीएपी या एनपीके खाद नहीं मिल रही है। प्राइवेट दुकानदारों ने बताया कि उन्हें मात्र 100 बोरी खाद रैक आने पर मिली थी। जब खाद मिल ही नहीं रही तो कहां से दें।

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