कलमबंद हड़ताल को लेकर वकीलों में फूट, हुई नोकझोंक
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद जिला बार एसोसिएशन की ओर से घोषित हड़ताल के समर्थन में तहसील
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिला बार एसोसिएशन की ओर से घोषित हड़ताल के समर्थन में तहसील सदर बार एसोसिएशन ने भी गुरुवार को काम न करने का निर्णय लिया था। इसकी जानकारी तहसीलदार, नायब तहसीलदार व सब रजिस्ट्रार कार्यालय में दी गई थी, लेकिन दोपहर को एक अधिवक्ता बैनामा कराने पर अड़ गए। इसको लेकर नोकझोंक हुई। वकीलों में आपसी फूट के चलते शाम तक सात बैनामा कराए गए।
एक अधिवक्ता दोपहर बाद गांव मदनपुर का एक बैनामा लेकर सब रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचे। एक जिला पंचायत सदस्य भी उनके साथ थे। बैनामा के क्रेता और विक्रेता अनुसूचित जाति से संबंधित थे। जानकारी पाते ही तहसील बार एसोसिएशन अध्यक्ष अतर सिंह कटियार व अन्य पदाधिकारी वहां पहुंचे। उन्होंने साथी अधिवक्ता को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह बैनामा कराने पर अड़ गए। इसको लेकर वकीलों में आपस में नोकझोंक भी हो गई। सब रजिस्ट्रार प्रद्युम्न कुमार ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। कुछ देर बाद एसडीएम सदर अनिल कुमार भी आ गए। उन्होंने अधिवक्ताओं को समझाया। तहसील बार एसोसिएशन अध्यक्ष ने बताया कि सर्वसम्मति से कलमबंद हड़ताल करने का निर्णय हुआ था, लेकिन उनकी कमेटी के ही एक पदाधिकारी ने दोपहर बाद बैनामा कराने के लिए कह दिया। इसके बाद उन्होंने विवाद बढ़ाना उचित नहीं समझा और खुद को पीछे हटा लिया। सब रजिस्ट्रार ने बताया कि वकीलों में आपस में मतभेद थे, लेकिन कोई विवाद नहीं हुआ, शाम तक सात बैनामा हो गए।
तहसील सदर में ई-स्टांप हेल्प डेस्क शुरू, रुकेगी कालाबाजारी: तहसील सदर में स्टांप की कालाबाजारी की शिकायतें लंबे समय से आ रही हैं। एक निजी कंपनी की ओर से तहसील सदर सब रजिस्ट्रार कार्यालय में गुरुवार को ई-हेल्प डेस्क का शुभारंभ कर दिया गया। अर्थ सहायक महानिरीक्षक निबंधन राम अकबाल सिंह ने फीता काटकर कार्यालय का शुभारंभ किया।
सब रजिस्ट्रार कार्यालय में स्टाक होल्डिंग कार्पोरेशन लिमिटेड की ओर से खोली गई ई-स्टांप हेल्प डेस्क में फिलहाल 10 से 500 रुपये तक के स्टांप उपलब्ध कराए जाएंगे। सहायक महानिरीक्षक निबंधन ने हेल्प डेस्क का शुभारंभ किया। स्टाक होल्डिग कंपनी के एरिया मैनेजर मंसूर सिद्दीकी आदि मौजूद रहे। सब रजिस्ट्रार प्रद्युम्न कुमार ने बताया कि तहसील में स्टांप की कालाबाजारी की शिकायतें आदि दिन अधिकारियों से की जा रही थीं। तय मूल्य से अधिक पर स्टांप बिक रहे थे। अब इस पर रोक लग जाएगी। हेल्प डेस्क पर स्टांप से संबंधित शिकायतें भी दर्ज कराई जा सकेंगी। शीघ्र ही 500 रुपये से अधिक मूल्य के ई-स्टांप भी जारी होने शुरू हो जाएंगे।