वकीलों ने किया बुद्धि-शुद्धि यज्ञ

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद जिला प्रशासन के खिलाफ वकीलों का आंदोलन मंगलवार को नौवें दिन भ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 10:56 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 10:56 PM (IST)
वकीलों ने किया बुद्धि-शुद्धि यज्ञ
वकीलों ने किया बुद्धि-शुद्धि यज्ञ

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिला प्रशासन के खिलाफ वकीलों का आंदोलन मंगलवार को नौवें दिन भी जारी रहा। वकीलों ने बार एसोसिएशन परिसर में डीएम-एसपी की बुद्धि-शुद्धि को यज्ञ कर आहुतियां दीं। इस दौरान एडीएम आफिस में किसी काम से पहुंचे सांसद मुकेश राजपूत से समर्थन मांगा। सांसद ने कहा कि अधिवक्ताओं की जो भी समस्याएं हैं, उनके संबंध में उच्चाधिकारियों और शासन में बात की जाएगी और समस्याएं निस्तारित कराईं जाएंगी। अधिवक्ता हड़ताल समाप्त करें।

मंगलवार को बार एसोसिएशन अध्यक्ष विश्राम सिंह यादव व महासचिव संजीव पारिया की अगुवाई में वकीलों ने कचहरी परिसर में प्रदर्शन किया। बुद्धि-शुद्धि यज्ञ का आयोजन कर उसमें आहुतियां दीं। इस दौरान वकीलों ने डीएम व एसपी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इस दौरान सांसद मुकेश राजपूत चौसपुर में चकबंदी प्रकरण की समस्या को लेकर एडीएम आफिस में गए थे। वहीं पर अधिवक्ता भी पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। इस पर सांसद ने बार एसोसिएशन अध्यक्ष व महासचिव से वार्ता की। सांसद मुकेश राजपूत ने कहा कि अधिवक्ता हड़ताल समाप्त करें। उनकी जो भी समस्याएं हैं, उन्हें उच्चाधिकारियों और शासन तक बात कर निस्तारित कराया जाएगा। इस दौरान डा. दीपक द्विवेदी, अजीत मिश्रा, पियूष दुबे, सुभाष सोमवंशी, सुनील दिवाकर, सुरेंद्र मोहन मिश्रा, अरविद कुमार, विवेक मिश्रा, केके श्रीवास्तव आदि अधिवक्ता मौजूद रहे। सब रजिस्ट्रार कार्यालय में दिन भर जमे रहे वकील, नहीं हो सके बैनामे

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : तहसील सदर सब रजिस्ट्रार कार्यालय में मंगलवार को वकील दिन भर जमे रहे। इस कारण बैनामे नहीं हो सके। खरीददार व विक्रेता बैरंग लौट गए। शाम को वकीलों ने डीएम व एसपी का पुतला जलाकर विरोध में नारेबाजी की।

तहसील सदर बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष ओमप्रकाश दुबे, सचिव रविनेश चंद्र यादव के नेतृत्व में वकील सब रजिस्ट्रार कार्यालय परिसर में कुर्सियां डालकर बैठे रहे। हालांकि दस्तावेज लेखकों के बस्तों पर बैनामा कराने वाले लोग बाहर से आ गए थे, लेकिन वकीलों के बैठने की वजह से वह अंदर नहीं जा सके। कार्यालय के दरवाजे भी दिन भर बंद रहे। शाम को वकीलों ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक का पुतला जलाकर नारेबाजी की। दोनों अधिकारियों का तबादला किए जाने की मांग उठाई गई। हड़ताल की वजह से तहसील में भी मुकदमों की सुनवाई नहीं हो पायी।

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