प्राधिकार पत्र की फोटो कापी लौटा रहे कोटेदार
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद बेसिक शिक्षा विभाग के छात्रों को खाद्यान्न उपलब्ध होने के बावजूद म
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : बेसिक शिक्षा विभाग के छात्रों को खाद्यान्न उपलब्ध होने के बावजूद मध्याह्न भोजन के लाले हैं। कोटेदार प्राधिकार पत्र की फोटोकापी पर खाद्यान्न नहीं दे रहे हैं। वहीं प्राधिकार पत्र छपवाने के लिए आए लगभग तीन लाख रुपये के बजट का खंड शिक्षाधिकारी बंदरबांट कर चुके हैं।
कोविड-19 के तहत शासन ने तीन चरणों में कक्षा एक से आठ तक के सभी छात्रों को मिडडे मील राशन व कन्वर्जन कास्ट की धनराशि दिए जाने के आदेश दिए थे। नियम था कि छात्र प्रधानाध्यापक के पास से प्राधिकार पत्र लेकर कोटेदार के पास जाएगा और कोटेदार उसे राशन देगा। शासन की ओर से छात्रों को कोटेदार के यहां से मध्याह्न भोजन का खाद्यान्न वितरित कराने के लिए प्राधिकार पत्र का प्रारूप जारी किया गया था। इस प्रारूप को ब्लाक स्तर पर छपवाकर छात्रों को उपलब्ध कराया जाना था। प्राधिकार पत्र छपवाने के लिए शासन की ओर से जनपद के सभी सात ब्लाकों व नगर क्षेत्र के लिए लगभग तीन लाख का बजट आवंटित किया गया था। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने इस बजट को संबंधित ब्लाक संसाधन केंद्रों के खातों में भेज दिया था। खंड शिक्षाधिकारियों ने प्राधिकार पत्र छपवाने के बजाए शासन की ओर से उपलब्ध कराए गए प्रारूप की फोटोकापी का ही वितरण शुरू कर दिया। हालांकि कोटेदारों ने इन फोटोकापी पर खाद्यान्न वितरण करने से इन्कार कर दिया और छात्रों को खाली हाथ लौटना पड़ा। बेसिक शिक्षाधिकारी लालजी यादव ने मामले से पूरी तरह अनिभिज्ञता प्रकट करते हुए ठीकरा एमडीएम प्रभारी के सिर फोड़ दिया। हालांकि मिडडे मील प्रभारी सतीश कुमार ने बताया कि बजट के गोलमाल की बात गलत है। शासन ने पुरानी छात्र संख्या के आधार पर बजट आवंटित किया। उपलब्ध बजट से छपवाए गए प्राधिकार पत्र समाप्त हो गए हैं। अतिरिक्त प्राधिकार पत्र छपवाने के निर्देश दिए गए हैं।