फर्जी हस्ताक्षर से वर्कआर्डर जारी करने में संविदा कर्मी की सेवा समाप्त

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद बिजली कार्यालय में तैनात एक संविदा कर्मी ने डैशबोर्ड डस्टर व म

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 11:23 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 11:23 PM (IST)
फर्जी हस्ताक्षर से वर्कआर्डर जारी करने में संविदा कर्मी की सेवा समाप्त
फर्जी हस्ताक्षर से वर्कआर्डर जारी करने में संविदा कर्मी की सेवा समाप्त

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : बिजली कार्यालय में तैनात एक संविदा कर्मी ने डैशबोर्ड, डस्टर व मार्कर आदि खरीदने के लिए तत्कालीन अधीक्षण अभियंता के फर्जी हस्ताक्षर कर वर्कआर्डर जारी कर दिए। इस मामले में सोमवार को 'जागरण' में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित हुआ था। इस पर जांच हुई तो जिले के तीनों खंड कार्यालयों में बड़े पैमाने पर फर्जी हस्ताक्षर से वर्कआर्डर जारी होने का मामला खुलकर सामने आ गया। तत्कालीन अधीक्षण अभियंता ने वर्कआर्डर पर अपने हस्ताक्षर फर्जी बता दिए। इसके बाद अधीक्षण अभियंता एसके श्रीवास्तव ने सभी वर्कआर्डर निरस्त कर दिए। साथ की एक संविदा कर्मी की सत्यनिष्ठा संदिग्ध मानते हुए सेवा समाप्त कर दी। भोलेपुर स्थित बिजली कार्यालय में तत्कालीन अधीक्षण अभियंता राकेश वर्मा के कार्यमुक्त होने के बाद बैकडेट में उनके हस्ताक्षर से कई उपकेंद्रों में सामग्री खरीदने के साथ ही नगरीय खंड, ग्रामीण खंड फर्रुखाबाद व कायमगंज खंड कार्यालय में आवश्यक सामग्री खरीदने के नाम पर लगभग दो दर्जन से अधिक वर्कआर्डर जारी कर दिए गए। भुगतान के लिए पत्रावली अन्य पटलों पर पहुंचने पर विद्युत कर्मियों ने वर्क आर्डर के फर्जी होने का शक जताया। विद्युत अधिकारियों ने तत्कालीन अधीक्षण अभियंता को जब वर्कआर्डर की मूल प्रति भेजी तो उन्होंने अपने हस्ताक्षर फर्जी बता दिए। तत्कालीन अधीक्षण अभियंता ने बताया कि जनपद में तैनाती के समय उन्होंने कुछ वर्कआर्डर आगरा एमडी कार्यालय को अनुमति के लिए भेजे थे, अनुमति मिलने से पहले ही उनका स्थानांतरण हो गया। उन्होंने किसी भी वर्कआर्डर पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। वर्कआर्डर पर उनके हस्ताक्षर फर्जी हैं। अधीक्षण अभियंता एसके श्रीवास्तव ने फर्जी हस्ताक्षर से वर्क आर्डर जारी होने की जानकारी होते ही ऐसे सभी संदिग्ध आदेश निरस्त कर दिए हैं। इसके साथ ही अधीक्षण अभियंता कार्यालय में भूतपूर्व सैनिक कल्याण निगम की ओर से उपलब्ध कराए गए और कार्यालय सहायक के पद पर तैनात संविदा कर्मी पूर्व सैनिक गिरीश चंद्र मिश्रा की सेवा भी समाप्त कर दी गई है। अधीक्षण अभियंता ने भूतपूर्व सैनिक कल्याण निगम को भेजे गए पत्र में कहा कि कार्यालय में तैनात गिरीश चंद्र मिश्रा की सत्यनिष्ठा संदिग्ध पाई गई है जो कर्मचारी नियमावली के विरुद्ध है। अब कार्यालय में उनकी सेवा की कोई आवश्यकता नहीं है। उनके स्थान पर किसी अन्य अच्छी सत्यनिष्ठा के कर्मचारी की तैनाती की जाए। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि संविदा कर्मी की सेवा समाप्त कर दी गई है। इस संबंध में पत्र भी जारी किया गया है।

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