मैं तो सोय रही सपनों में, मोहे रंग डाल्यो नंदलाल..

- लोकगीत गायिका मालिनी ने रामनगरिया में फाल्गुनी किया माहौल - फर्रुखाबाद क

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 10:40 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 10:40 PM (IST)
मैं तो सोय रही सपनों में, मोहे रंग डाल्यो नंदलाल..
मैं तो सोय रही सपनों में, मोहे रंग डाल्यो नंदलाल..

फोटो- 2, 3 व 4)

- लोकगीत गायिका मालिनी ने रामनगरिया में फाल्गुनी किया माहौल

- फर्रुखाबाद की बेटी बताकर श्रोताओं से जोड़ा आत्मीयता का रिश्ता जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद :

लोक गीत गायिका मालिनी अवस्थी ने शनिवार रात पांचाल घाट पर रामनगरिया मेला के सांस्कृतिक पंडाल में लोक गायिकी के ऐसे रंग बिखेरे कि श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। खुद को फर्रुखाबाद की बेटी बताकर मालिनी ने पहले श्रोताओं से रिश्ता जोड़ा, इसके बाद एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं। गंगा तट पर होली गीत 'मैं तो सोय रही सपनों में मोहे रंग डाल्यो नंदलाल, मारी पिचकारी अररर मेरी चूनर कर दई लाल' सुनाकर खूब तालियां बटोरीं।

मालिनी अवस्थी ने 'चलो गुइयां आज खेलें होली कन्हइया संग' एवं 'होली खेले रघुवीरा अवध में होली रघुवीरा' सुनाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। भगवान राम और सीता के विवाह का चित्रण करते हुए गीत गाया 'देखो आज बड़ी भीड़ है जनक अंगना, बागों में रामजी जामा संभालें, सिया चुनरी संभाले जनक अंगना'। लोगों की फरमाइश पर 'निबिया के पेड़ जनि काटियो न बाबुल, निबिया के पेड़ में चिड़िया का बसेरा, बलइयां लेऊं वीरन की' सुनाकर सबको भाव-विभोर कर दिया। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा, निवर्तमान प्रधान इंदू अवस्थी आदि ने स्मृति चिन्ह भेंट किए। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया, विधायक सुशील शाक्य, डॉ. रजनी सरीन आदि मौजूद रहे। संचालन अंजुम दुबे ने किया।

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शादी में मेरी बहू ने पहना फर्रुखाबाद का लहंगा

मालिनी अवस्थी ने कहा कि उनका जन्म कन्नौज में हुआ, इसीलिए उन्हें आलू अधिक पसंद है। उन्होंने जिलाधिकारी की पत्नी मंजू सिंह का नाम लेकर कहा कि 20 दिन पहले मेरे बेटे की शादी हुई। वह शादी के लिए कपड़े खरीद चुकी थीं, लेकिन मंजू के कहने पर वह फर्रुखाबाद आई और लहंगे खरीदे। उनकी बहू ने फर्रुखाबाद का बना लहंगा शादी में पहना। वह मुख्यमंत्री को शादी का आमंत्रण देने गई तो उन्होंने फर्रुखाबाद की जरदोजी, कपड़ा प्रिट व डट्टा प्रिट के बारे में उनसे बात की।

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भुने आलू की दुकान पर खड़े होकर ली सेल्फी

कार्यक्रम समापन के बाद मालिनी अवस्थी जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह के साथ वापस जा रही थीं। इसी दौरान वाहनों का काफिला रुकवा लिया और स्वयं उतरकर भुने आलू की दुकान पर चली गई। करीब 10 मिनट तक वहां रुककर सेल्फी लेती रहीं।

मेला लगाने का निर्णय कठिन था, लोगों को मिला रोजगार

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पांचाल घाट पर एक माह तक चले मेला श्रीरामनगरिया का रविवार शाम समापन समारोह आयोजित किया गया। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने कहा कि मेला लगाने का निर्णय मेरे लिए कठिन था, लेकिन इससे काफी लोगों को रोजगार मिला।

जिलाधिकारी ने कहा कि मेला न भी लगाते तब भी साधु संत कल्पवास करते। कोविड-19 की वजह से काफी सोच विचार के बाद मेला लगाने का निर्णय लिया गया, लेकिन बाद में कई जनपदों का भार इस मेले पर आ गया और बड़ी तादाद में कल्पवासी आए। अन्य जनपदों में मेला नहीं लगा। मेला लगने से काफी लोगों को रोजगार मिला। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने कहा कि उन्हें मेले की सुरक्षा व्यवस्था का सौभाग्य मिला। वह जनपद में कुछ समय पहले ही आए हैं। साथ ही उन्होंने मेले का प्रचार प्रसार विश्व स्तर पर कराए जाने पर बल दिया। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कहा कि पहले 15 दिन कार्यक्रम होते थे, लेकिन इस बार एक माह तक सांस्कृतिक पंडाल में कार्यक्रम चले। मेला संत समिति के अध्यक्ष महंत सत्यगिरि, भोलेपुर मंदिर के महंत बाबा बालकदास, एडीएम विवेक श्रीवास्तव, एएसपी अजय प्रताप, मेला सचिव व एसडीएम अनिल कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद, सीएमओ डॉ. वंदना सिंह, डीडीओ दुर्गा दत्त शुक्ला, व्यवस्थापक संदीप दीक्षित आदि मौजूद रहे। महंत ने जिलाधिकारी को स्मृति चिन्ह भेंट किया। मेला में सहयोग करने वाले सभी लोगों को सम्मानित किया गया। एसपी ने मेला समापन के बाद ड्यूटी करने वाले सभी पुलिस कर्मियों को तीन दिन का अवकाश स्वीकृत कर दिया।

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