सरकारें तीन बदलीं, फिर भी पालीटेक्निक के हास्टल का निर्माण अधूरा

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद सरकारी विभागों के निर्माण कार्यों में किस तरह लापरवाही बरत

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 10:25 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 10:25 PM (IST)
सरकारें तीन बदलीं, फिर भी पालीटेक्निक के हास्टल का निर्माण अधूरा
सरकारें तीन बदलीं, फिर भी पालीटेक्निक के हास्टल का निर्माण अधूरा

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : सरकारी विभागों के निर्माण कार्यों में किस तरह लापरवाही बरती जाती है, इसका अंदाजा जिले के राजकीय पालीटेक्निक में बन रहे 60 बेड के बालिका छात्रावास से लगाया जा सकता है। वर्ष 2010-11 में बसपा शासनकाल में 1.19 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य शुरू कराया गया था, जो अब तक पूर्ण नहीं हो सका है, जबकि सरकारें तीन बदल गईं। वर्ष 2010-11 में 1.19 करोड़ की लागत से बेवर रोड भोलेपुर स्थित राजकीय पालीटेक्निक में 60 बेड के बालिका छात्रावास का निर्माण कार्य शुरू कराया गया था। निर्माण कार्य की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था पैक्सफेड को दी गई थी। करीब डेढ़ साल तक संस्था ने निर्माण कार्य किया, जिसके बाद अमानक कार्य कराए जाने की शिकायतों पर पैक्सफेड संस्था की जांच हुई तो उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। इसके बाद वर्ष 2019 में निर्माण कार्य की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ लिमिटेड (यूपीसीएलडीएफ) को दी गई। संस्था को अप्रैल 2020 में निर्माण कार्य खत्म करना था, लेकिन अभी भी करीब 35 फीसद काम हास्टल में बचा है। कुछ कमरों में खिड़कियां लगी हैं तो कुछ में नहीं। दरवाजे लगे नहीं, फर्श भी नहीं बनी है। पेयजल के भी इंतजाम नहीं हैं। खिड़कियों में शीशे तक नहीं लगाए गए। रंगाई-पुताई के नाम पर खानापूरी की गई है। 11 सालों में बसपा, सपा व भाजपा सरकारें बन गईं, लेकिन हास्टल का निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हो सका है। छात्रावास का 2100 सालाना होगा किराया

राजकीय पालीटेक्निक भोलेपुर फतेहगढ़ में छात्रावास बनने के बाद पहली साल छात्राओं से 2300 रुपये और इसके बाद 2100 रुपये सालाना लिए जाएंगे। सुरक्षा की ²ष्टि से महिला होमगार्ड की तैनाती होगी। बोले जिम्मेदार

'वर्ष 2010-11 में 1.19 करोड़ से 60 बेड के बालिका छात्रावास का निर्माण कार्य शुरू करवाया गया था। पैक्सफेड संस्था ब्लैकलिस्ट होने के बाद अब यूपीसीएलडीएफ निर्माण कार्य करवा रही है। ठेकेदार से कार्य समाप्त करने के लिए कई बार कह चुके हैं। फिर ठेकेदार से संपर्क कर कहा जाएगा।

दयाचंद्र, प्राचार्य, राजकीय पालीटेक्निक भोलेपुर। पीजीडीसीए में प्रवेश को रुचि नहीं ले रहे अभ्यर्थी

फर्रुखाबाद : राजकीय पालीटेक्निक फतेहगढ़ में पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन (पीजीडीसीए) में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी रुचि नहीं ले रहे। 75 सीटों में अभी तक सिर्फ 12 सीटें ही भर सकीं हैं।

बेवर रोड फतेहगढ़ स्थित राजकीय पालीटेक्निक में वर्ष 2021-22 सत्र में पीजीडीसीए में प्रवेश के लिए 75 सीटें आवंटित हुई थीं। अगस्त से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हुई थी, जिसमें 11 चरणों में पीजीडीसीए के लिए सिर्फ 12 अभ्यर्थियों ने प्रवेश लिया है। अभी भी 64 सीटें खाली पड़ी हैं। प्राचार्य दयाचंद ने बताया कि पीजीडीसीए में 75 सीटें थीं। अगस्त से प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। 11 चरणों में सिर्फ 12 एडमिशन ही हुए हैं। उन्होंने बताया कि चार दिसंबर तक अभ्यर्थी पीजीडीसीए में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकता है।

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