जलस्तर बढ़ने से गंगा खतरे के निशान से 10 सेमी दूर

संवाद सहयोगी अमृतपुर पहाड़ों पर हो रही लगातार भारी बरसात के कारण लगातार छोड़े ज

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 11:44 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 11:44 PM (IST)
जलस्तर बढ़ने से गंगा खतरे के निशान से 10 सेमी दूर
जलस्तर बढ़ने से गंगा खतरे के निशान से 10 सेमी दूर

संवाद सहयोगी, अमृतपुर : पहाड़ों पर हो रही लगातार भारी बरसात के कारण लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण यहां गंगा उफनाने लगी हैं। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 137.10 मीटर से महज 10 सेमी ही दूर रह गया है। इस कारण चित्रकूट के निकट बदायूं मार्ग पर करीब दो फिट ऊपर गंगा का पानी बह रहा है। इससे दोपहिया वाहनों का आवागमन बाधित हो गया है। तटवर्ती गांवों में बाढ़ का पानी भरने से लोग नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं। माखन नगला संपर्क मार्ग कट जाने से कई गांवों का आवागमन बाधित हो गया है।

मंगलवार को गंगा का जलस्तर पांच सेंटीमीटर बढ़कर 137.00 मीटर पर पहुंच गया है। बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम के मुताबिक नरौरा बांध से गंगा में 1,14,152 क्यूसेक पानी छोड़ा है। इसका असर बुधवार शाम तक दिखाई देगा। उधर रामगंगा का जलस्तर भी 10 सेंटीमीटर बढ़कर 134.75 मीटर पर पहुंच गया है। चित्रकूट के निकट बदायूं मार्ग पर करीब दो फिट गंगा की बाढ़ का पानी तेज धार के साथ बहने लगा है। जिससे दोपहिया वाहनों का आवागमन बाधित हो गया है। यदि जलस्तर बढ़ा तो बदायूं मार्ग पर आवागमन ठप होने की आशंका बढ़ गई है। गंगा की बाढ़ के पानी से हरसिंहपुर कयस्थ, तीसराम की मड़ैया, सुंदरपुर, कछुआ गाढ़ा, नगला दुर्गु, बंगला, उदयपुर, कंचनपुर, आशा की मड़ैया, अमीराबाद बमियारी, नगरिया जवाहर, जगतपुर, रामपुर, सबलपुर, जोगराजपुर, लेकपुरब, जटपुरा कैलियाई, फुलहा, फखरपुर, करनपुर घाट, कुडरी सारंगपुर, मंझा की मड़ैया, सैदापुर व पट्टी भरखा गांव घिर गए हैं। हरसिंहपुर कायस्थ, ऊगरपुर, तीसराम की मड़ैया व आशा की मड़ैया गांव में बाढ़ में बाढ़ का पानी भर गया है। जिससे ग्रामीण नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं। जोगराजपुर में खेतों में भरे बाढ़ के पानी में लोग नाव के सहारे आ जा रहे हैं। बमियारी में चकरोड की मिट्टी पानी की तेज धार में बह गया है जिससे ग्रामीण बाढ़ के पानी से निकलने को मजबूर हैं। तीन मीटर बह गई सड़क

माखन नगला संपर्क मार्ग पानी की तेज में बह गया है। जिससे करीब तीन मीटर सड़क बह गई है। ग्रामीण बाढ़ गहरे पानी में निकलने को मजबूर हैं। मंगलवार की सुबह माखन नगला के गुड्डू के दो वर्षीय पुत्र राजू की तबियत खराब हो गई। वह पुत्र को लेकर आया, लेकिन सड़क कटी होने से काफी देर इंतजार करते रहे। एक झोलाछाप ने बाढ़ के पानी से निकलकर बच्चे को दवाई दी। खेतों में पानी भर जाने से बोवाई प्रभावित हो गई है। ग्रामीण मवेशियों के चारे के लिए काफी दूर भटकना पड़ता है। अहलादपुर भटौली में कटान शुरू

रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से अहलादपुर भटौली में कटान तेज शुरू हो गया है। नदी की धार की जद में कई मकान हैं। जिससे ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई है। ग्रामीण अपने मकानों से घरेलू सामान समेटने में जुट गए हैं। तहसीलदार संतोष कुमार ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भृमण कर स्थिति का जायजा लिया है। बाढ़ से घिरे गांवों में आवागमन के लिए नाव भेजी जा रही हैं।

chat bot
आपका साथी