कटान से भयभीत ग्रामीण घरों से निकाल रहे सामान
संवाद सहयोगी अमृतपुर गंगा का जलस्तर स्थिर होने के बाद भी हरसिंहपुर कायस्थ तीसराम की मड
संवाद सहयोगी, अमृतपुर : गंगा का जलस्तर स्थिर होने के बाद भी हरसिंहपुर कायस्थ, तीसराम की मड़ैया व करनपुर घाट में कटान हो रहा है। रामगंगा की धार से अहलादपुर भटौली में कटान हो रहा है। कटान होने से भयभीत ग्रामीण अपने मकानों से सामान निकाल रहे हैं।
गंगा का जलस्तर 136.45 मीटर पर स्थिर है। नरौरा बांध से गंगा में 63231 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे गंगा का जलस्तर बढ़ने की आशंका है। रामगंगा का जलस्तर 25 सेंटीमीटर कम होने से 135.45 मीटर पर पहुंच गया है। खोह हरेली रामनगर से रामगंगा में 14037 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा की धार से हरसिंहपुर कायस्थ, तीसराम की मड़ैया व करनपुर घाट गांव में कटान हो रहा है। रामगंगा की धार से अहलादपुर भटौली में कटान तेज हो रहा है। नदी की धार की जद में कई घर खड़े हैं। हरसिंहपुर कायस्थ व अहलादपुर भटौली के ग्रामीण धार की जद जद में खड़े घरों से सामान निकाल रहे हैं। अहलादपुर भटौली गांव को कटने से सिचाई विभाग के परकोपाइन स्पर भी नहीं रोक पा रहे हैं। अहलादपुर भटौली के किशनपाल कहते हैं कि नदी की धार से कटान तेज हो रहा है और ग्रामीण परेशान है, लेकिन गांव में अभी तक कोई भी कर्मचारी नहीं पहुंचा है। वह कहते हैं कि लाखों रुपये खर्च होने के बाद भी कटान नहीं रुका है। ग्रामीण अपने मकान खाली कर रहे हैं।
बरसने पर राहत, थमने पर उमस की आफत
संवाद सहयोगी, कायमगंज : मानसून के बावजूद भी कायमगंज में सामान्य से कम वर्षा ही हो रही है। कुछ क्षण रिमझिम वर्षा से मौसम में तरावट होने से राहत होती है तो वर्षा थमते ही उमस भरी गर्मी आफत बन जाती है।
यूं तो पूरे जिले में ही वर्षा कम रही है। पिछले एक सप्ताह से कभी बादल तो कभी रिमझिम वर्षा तो कभी उमस भरी गर्मी का मौसम रहा है। बुजुर्गो के मुताबिक आषाढ़, सावन व भादौं महीने वर्षा ऋतु के माने जाते हैं। इन महीनों में खूब बारिश हुआ करती है। कई कई दिन सूर्य के दर्शन नहीं होते थे। तब मौसम संतुलन रहता था, लेकिन अब पहले जैसी बारिश न होने से पूरे वर्ष के मौसम का संतुलन बिगड़ गया है। गत दो दिन से बारिश से राहत मिली। किसानों के मुताबिक वर्षा का पानी हर प्रकार की फसल के लिए मुफीद है। बारिश के बीच गांव के बच्चे खेतों में भरे पानी में भी अठखेलियां करते नजर आए।