मवेशियों से फसल बचाने को कटीले तार में लगाए करंट से किसान की मौत

संवाद सूत्र कमालगंज आलू की फसल में पानी लगाने गया ग्रामीण मवेशियों की रोकथाम के लिए खेत

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 07:25 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 07:25 PM (IST)
मवेशियों से फसल बचाने को कटीले तार में लगाए करंट से किसान की मौत
मवेशियों से फसल बचाने को कटीले तार में लगाए करंट से किसान की मौत

संवाद सूत्र, कमालगंज : आलू की फसल में पानी लगाने गया ग्रामीण मवेशियों की रोकथाम के लिए खेत में लगाए गए कटीले तार में आ रहे करंट की चपेट में आ गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पिता को बचाने में पुत्र भी घायल हुआ। सूचना पर रोते बिलखते स्वजन व ग्रामीण घटनास्थल पहुंचे। शव को खेत से घर लाया गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने संयोगिता मार्ग किनारे शव को रखकर जाम लगाने का प्रयास किया। थानाध्यक्ष व खुदागंज चौकी प्रभारी ने मौके पर पहुंचकर स्वजन को समझाकर मामला शांत किया।

क्षेत्र के गांव श्रृंगीरामपुर निवासी 45 वर्षीय रावेंद्र जाटव अपने 14 वर्षीय पुत्र सूरज के साथ शुक्रवार सुबह करीब छह बजे चौपेड़ा गांव स्थित आलू के खेत में पानी लगाने गए थे। पास के खेत में मवेशियों की रोकथाम के लिए लगाए गए कटीले तार में विद्युत प्रवाह होने से रावेंद्र करंट की चपेट में आ गए। जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पिता को बचाने में सूरज भी झुलस कर घायल हो गया। शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने विद्युत आपूर्ति बंद कराई। रोते बिलखते स्वजन भी घटनास्थल पहुंच गए तथा शव को घर ले आए। रावेंद्र के स्वजन ने घर के सामने संयोगिता मार्ग पर सड़क किनारे शव रखकर जाम लगाने का प्रयास किया। स्वजन ने आरोप लगाया कि पास ही स्थित खेत के स्वामी ने मवेशियों से फसल को बचाने के लिए अपने खेत के चारों ओर कटीले तार लगाए हैं तथा रात में अपने नलकूप से कटीले तारों में विद्युत प्रवाह छोड़ देता है। जिसके कारण ही घटना हुई है, मुआवजे की मांग की गई। घटना की सूचना पर थानाध्यक्ष अमरपाल सिंह व खुदागंज चौकी प्रभारी प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे तथा आक्रोशित स्वजन को समझा कर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई का आश्वासन देकर सड़क किनारे रखे शव को हटवाया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आंखों के सामने पिता ने तोड़ा दम, वह कुछ नहीं कर सका

घटना के दौरान पिता के साथ मौजूद सूरज ने बताया कि सुबह पिता के साथ घर से निकला था। खेत पर पहुंचकर उसने सबमर्सिबल चलाया तथा पानी लगाने लगा। पिता खेत के दूसरे कोने पर गए थे। इसी दौरान सिचाई की नाली से पानी कट गया, जिसे संभालने पिता जा रहे थे। तभी वह पड़ोसी के खेत के कटीले तार में आ रहे करंट की चपेट में आ गए। वह दौड़ कर उन्हें बचाने गया, उसके हाथ में करंट लगा और वह दूर जा गिरा तथा पिता तारों के ऊपर ही गिर गए। जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सूरज बोला सामने ही पिता ने दम तोड़ दिया, लेकिन वह कुछ नहीं कर सका। रावेंद्र के पास है दो बीघा खेत

केवल दो बीघा खेत से सात लोगों के परिवार गुजर-बसर होती है। ग्रामीणों के अनुसार रावेंद्र चार भाई हैं तथा उनके पास नौ बीघा खेत है। रावेंद्र के हिस्से में महज दो बीघा खेत है। जिससे पत्नी राजवती, दो पुत्र सूरज व निखिल, तीन पुत्रियां सरिता, खुशबू व स्वार्ती का भरण पोषण कर गुजारा करता था। सपा नेता ने दी सहयोग राशि

पिता का शव देख कर पुत्री बेहोश हो गई। घटना की सूचना पर महंत आशुतोषानंद बाजपेई, सपा नेता अरशद जमाल सिद्दीकी व प्रधान पिटू यादव ने घटनास्थल पहुंचकर शव पर बिलखते स्वजन को ढाढ़स बंधाया। सपा नेता अरशद जमाल सिद्दीकी ने रावेंद्र की पत्नी को आर्थिक मदद भी दी।

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