आबकारी निरीक्षक ने देसी शराब का नमूना भरा

संवाद सूत्र कंपिल उपजिलाधिकारी ने सरकारी शराब की दुकानों पर छापेमारी कर जांच की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 11:10 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 11:10 PM (IST)
आबकारी निरीक्षक ने देसी शराब का नमूना भरा
आबकारी निरीक्षक ने देसी शराब का नमूना भरा

संवाद सूत्र, कंपिल : उपजिलाधिकारी ने सरकारी शराब की दुकानों पर छापेमारी कर जांच की। आबकारी निरीक्षक ने देसी शराब के सैंपल लिए। कैंटीन पर प्लास्टिक के गिलास मिलने पर नगर पंचायत को जुर्माना वसूलने का आदेश दिया। दुकानदारों को प्लास्टिक की वस्तुओं को भी इस्तेमाल न करने कि हिदायत दी।

सरकारी शराब अंग्रेजी, देसी व बीयर की दुकानों पर मिलावटी शराब बिकने की कई दिनों से नगर में चर्चा थी। गुरुवार को उपजिलाधिकारी सुनील कुमार यादव, सीओ राजवीर सिंह गौर व आबकारी निरीक्षक ने अपनी टीम के साथ छापेमारी की। जिससे अफरातफरी मच गई। आसपास खड़े लोग भाग गए। एसडीएम ने देसी शराब की दुकान के स्टाक रजिस्टर चेक किए। इस दौरान देसी शराब बब्बर शेर ब्रांड का आबकारी निरीक्षक ने सैंपल लिया। कैंटीन में प्लास्टिक के गिलास उपयोग मिलने पर नगर पंचायत कर्मचारी से नकद दस हजार रुपये का जुर्माना वसूलने का आदेश दिया। इसके बाद अंग्रेजी व बियर कि दुकानों के स्टाक आदि रजिस्टर चेक किए। बियर की दुकान पर गंदगी देख एसडीएम ने सेल्समैन को फटकार लगाई और सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। इस दौरान थाना प्रभारी मौजूद रहे।

सेल्समैन ने जुर्माना देने से किया इन्कार

देसी शराब की दुकान पर चल रही कैंटीन पर प्लास्टिक के गिलास उपयोग में मिलने पर एसडीएम ने दस हजार का नकद जुर्माना वसूलने के आदेश नगर पंचायत कर्मचारी को दिए थे। एसडीएम के जाते ही सेल्समैन ने जुर्माना देने से इन्कार कर दिया। लिपिक अजय सक्सेना ने बताया कि नगर पंचायत ठेकेदार को नोटिस जारी करेगी।

दुष्कर्म व मारपीट में जिला पंचायत निरीक्षक के खिलाफ जांच शुरू

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : महिला ने गत सप्ताह पुलिस अधीक्षक को प्रार्थनापत्र देकर जिला पंचायत के निरीक्षक के खिलाफ नौकरी दिलाने का झांसा देकर दुष्कर्म करने व उनके पुत्रों पर मारपीट करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

शहर कोतवाली क्षेत्र की निवासी महिला ने मोहल्ला कादरीगेट निवासी निरीक्षक राकेश सिंह राठौर, उनके पुत्र पवन व विपिन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। महिला का आरोप है कि वह वर्ष 2013 में राकेश सिंह के मकान में किराए पर रह रही थी। इसी दौरान उन्होंने नौकरी दिलाने का झांसा देकर दुष्कर्म किया। बाद में उन्होंने कादरीगेट पर मकान बेच दिया और आवास विकास कालोनी में रहने लगे। इसके बाद शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करते रहे, उनके पुत्रों ने मारपीट भी की। 28 जुलाई की रात आरोपितों ने उन्हें धक्का देकर घर के बाहर फेंकने का प्रयास किया। कोतवाली प्रभारी वेद प्रकाश पांडेय ने बताया कि मुकदमे की जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। विदित है कि राकेश व उनके पुत्रों के खिलाफ दो दिन पहले एक अन्य महिला ने मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था।

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