घटने के बाद भी रामगंगा खतरे के निशान से 20 सेमी ऊपर

संवाद सहयोगी अमृतपुर गंगा और रामगंगा का जलस्तर घटने के बाद भी तटवर्ती गांव के बाशिदों

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 10:31 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 10:31 PM (IST)
घटने के बाद भी रामगंगा खतरे के निशान से 20 सेमी ऊपर
घटने के बाद भी रामगंगा खतरे के निशान से 20 सेमी ऊपर

संवाद सहयोगी, अमृतपुर : गंगा और रामगंगा का जलस्तर घटने के बाद भी तटवर्ती गांव के बाशिदों की दुश्वारियां कम नहीं हो रही हैं। गांव में बाढ़ का पानी भरा होने से ग्रामीणों को आवागमन में परेशानियां हो रही हैं। घरों में बाढ़ का पानी होने से ग्रामीण मकानों की छतों व सड़क के किनारे पालीथिन के नीचे गुजर बसर करने को मजबूर हैं। तटवर्ती गांव में ग्रामीण नाव के सहारे निकल रहे हैं। बाढ़ का पानी कई दिनों तक खेतों में भरा रहने से फसलें खराब हो गई हैं।

रामगंगा का जलस्तर 45 सेंटीमीटर कम होने पर 137.30 मीटर पर पहुंच गया है। रामगंगा खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं। खोह हरेली रामनगर से रामगंगा में 10063 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा का जलस्तर 25 सेंटीमीटर घट जाने से 136.80 मीटर पहुंच गया है। नरौरा बांध से गंगा में 59555 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा की बाढ़ का पानी जून से लगातार खेतो में आ जा रहा है। खेतों में गंगा और रामगंगा की बाढ़ का पानी भरा है। जिससे खेतो में खड़ी तैयार गन्ना, धान, तिल व मेंथा की फसलें खराब हो गई हैं। सरसों व आलू की बोई गई फसल बाढ़ का पानी भरने से खराब हो गई है। बाढ़ का पानी गांवों में भर जाने से भूसा खराब हो गया है। खेतों में पानी भर जाने से ग्रामीणों के सामने मवेशियों के चारे की समस्या विकराल हो गई है। खेत में धान की फसल खराब होने से पयार भी खराब हो गया है। जिससे चारे की समस्या और विकराल होने की आशंका है। यहां हैं हालात बदतर

बाढ़ का पानी तटवर्ती गांव हरसिंहपुर कायस्थ, तीसराम की मड़ैया, बंगला, आशा की मड़ैया, भुड़रा, पंखियन नगला, पट्टी भरखा, अंबरपुर की मड़ैया, चित्रकूट, सबलपुर, उदयपुर, कंचनपुर, रामपुर, जगतपुर, जोगराजपुर, सैदापुर, बनासीपुर, कुडरी सारंगपुर, करनपुर घाट, फखरपुर, मंझा की मड़ैया, माखन नगला, फुलहा, जटपुरा कैलियाई व बरुआ में भरा है। घरों में पानी भरा होने से पंखियन नगला, पट्टी भरखा, अंबरपुर की मड़ैया, चित्रकूट व रामपुर के ग्रामीण मकान की छतों पर व सड़क के किनारे पालीथिन के नीचे परिवार के साथ गुजर बसर करने को मजबूर हैं। बदायूं मार्ग पर चित्रकूट के निकट करीब डेढ़ फिट बाढ़ का पानी बह रहा है। माखन नगला संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी की तेज धार में कट जाने से आवागमन बाधित है। पीड़ितों को लांच पैकेट किए वितरित

तहसील की रसोई से पीड़ितों के लिए लंच पैकेट तैयार किए गए। सड़क के किनारे पालीथिन के नीचे गुजर कर रहे पंखियन नगला, पट्टी भरखा, सैदापुर व अंबरपुर की मड़ैया के पीड़ितों को वितरित किए गए। एसडीएम प्रीती तिवारी ने बताया कि सड़क के किनारे रुके पीड़ितों को लांच पैकेट वितरित कराए गए। गंगा और रामगंगा का जलस्तर कम हो रहा है। बाढ़ के पानी से किसी भी गांव का आवागमन बाधित नहीं है।

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