गंगा का जलस्तर बढ़ने से ग्रामीणों की धड़कने बढ़ी
संवाद सहयोगी अमृतपुर गंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के पानी ने तटवर्ती गांवों की ओर रुख क
संवाद सहयोगी, अमृतपुर : गंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के पानी ने तटवर्ती गांवों की ओर रुख कर लिया है। जिससे ग्रामीणों की धड़कने बढ़ गई हैं। गंगा का जलस्तर 15 सेंटीमीटर बढ़कर समुद्र तल से 136.50 मीटर पर पहुंच गया है। नरौरा बांध से गंगा में 53,966 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रामगंगा का जलस्तर गेज के नीचे है। खोह, हरेली व रामनगर से रामगंगा में 2148 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
शनिवार को गंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के पानी ने तटवर्ती गांव हरसिंहपुर कायस्थ, बंगला, उदयपुर, कंचनपुर, सबलपुर, रामपुर, जोगराजपुर, सुंदरपुर, कछुआ गाढ़ा, नगला दुर्गु, बमियारी, नगरिया जवाहर, माखन नगला, करनपुर घाट व रामप्रसाद नगला की ओर रख कर लिया है। जिससे ग्रामीणों की धड़कने बढ़ गई हैं।जोगराजपुर के जितेंद्र कुमार बताते हैं कि दो महीने में कई बार गंगा की बाढ़ के पानी से गांव घिर चुका है।बाढ़ का पानी खेतों में भर जाने से आवागमन बाधित हो जाता है। सबलपुर के रिकू सिंह बताते हैं कि गंगा की बाढ़ से खेतों में खड़ी अधिकांश फसलें पहले ही खराब हो गई हैं। आशा की मड़ैया के जगवीर सिंह कहते हैं कि जलस्तर बढ़ने से पानी संपर्क मार्ग पर तेज धार से बहने लगता है। जिससे आवागमन बाधित हो जाता है और ग्रामीणों को बाढ़ के पानी में निकलना पड़ता है। माखन नगला के गेंदालाल कहते हैं कि बाढ़ के पानी से संपर्क मार्ग कट चुका है। जलस्तर बढ़ने से कटी सड़क में पानी तेज धार से बहने लगता है। तहसीलदार संतोष कुमार कुशवाह ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ा है, लेकिन गांवों में बाढ़ का पानी नहीं पहुंचा है।