100 मीटर के दायरे में गिरे दरवाजे, चौखट पेड़ पर टंगी मिली
संवाद सूत्र संकिसा मेरापुर थाना क्षेत्र के गांव देवसनी में धमाका इतना जबरदस्त था कि मकान में
संवाद सूत्र, संकिसा : मेरापुर थाना क्षेत्र के गांव देवसनी में धमाका इतना जबरदस्त था कि मकान में लगे चौखट और दरवाजा 100 मीटर की दूरी पर गिरे। दो चौखट पेड़ पर जा टंगी। एक चौखट को पुलिस ने रविवार को बिजली के तार से उतरवा दिया था। दूसरी चौखट सोमवार को भी पेड़ पर टंगी दिखी।
बारूद की बोरी गिरने से हुए धमाके से उसकी गति की आकलन दरवाजे पर लगी चौखट और दरवाजे से लग रहा है। दरवाजे उखड़कर 100 मीटर दूरी पर जा गिरे। जब कि चौखट पेड़ पर टंग गई। विस्फोट से ग्रामीण भी सकते में हैं। गांव के सन्नाटे को तोड़ रहा स्वजन का चीत्कार
गांव देवसनी में हुए विस्फोट में निरंजन लाल का पुत्र अनुराग और गांव साहबगंज निवासी महेश जाटव की मौत हो गई थी। घटना से स्वजन में कोहराम मच गया। नंदलाल के घर के आस पास सन्नाटा पसरा रहा। जब कि स्वजन दूसरे के चबूतरे पर रोते बिलखते रहे। महेश के तीन बच्चों में अमन, सुमन, ज्योती हैं। महेश की मौत से मां शकुंतला और मां रेनू आदि स्वजन में कोहराम मच गया। भाई रामकिशन, कुंअरपाल, बाबूलाल, अमित, अजीत में महेश बड़े थे। बाबूलाल ने बताया कि भाई महेश सराय अगहत जाने के लिए निकले थे। जब कि छोटा भाई अजीत बाल कटवाने के लिए गया था। दोनों निरंजन के घर क्यों गए, यह नहीं पता। उन्होंने बताया कि अजीत का इलाज सैफई मेडिकल कालेज में चल रहा है। जब कि निरंजन लाल के पुत्र अनुराग की सैफई मेडिकल ले जाते समय छिबरामऊ में मौत हो गई। इस पर उसका पोस्टमार्टम कन्नौज हुआ। फारेंसिक जांच रिपोर्ट में राजफाश, नहीं फटा था सिलिडर
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : गांव देवसनी में हुए विस्फोट के बाद पुलिस ने सिलिडर फटने का दावा किया था, लेकिन फारेंसिक टीम की जांच में सिलिडर फटने के कोई अवशेष नहीं मिले। इससे साबित हुआ कि सिलिडर नहीं फटा था। विस्फोटक से ही क्षति पहुंची।
देवसनी में हुए विस्फोट के बाद फारेंसिक टीम प्रभारी ओमप्रकाश को जांच के लिए बुलाया गया। टीम ने गहनता से जांच की। रविवार शाम को जांच में सिलिडर के अवशेष नहीं मिले। सोमवार को फिर टीम सिलिडर के अवशेष तलाशने पहुंची। जांच के दौरान बारूद की पुष्टि हुई, लेकिन फटे सिलिडर के अवशेष नहीं मिले। टीम ने सिलिडर फटने की पुष्टि नहीं की। उधर अग्निशमन के द्वितीय अधिकारी शिव प्रताप ने भी सिलिडर नहीं फटने का दावा किया।