मुख्यमंत्री के दौरे का भय दिखाकर मांगे रजिस्टर, किया घोटाला
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद मुख्यमंत्री के दौरे का भय दिखाकर तहसील अमृतपुर के मुआयने के
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : मुख्यमंत्री के दौरे का भय दिखाकर तहसील अमृतपुर के मुआयने के दौरान एसडीएम ने रजिस्ट्रार कानूनगो से आर-6 रजिस्टर अपने कार्यालय में तलब किए थे। रजिस्ट्रार कानूनगो के अनुसार एसडीएम के पेशकार ने ही पूरे मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रजिस्ट्रार कानूनगो कन्हैयालाल व सहायक रजिस्ट्रार कानूनगो कुलदीप तिवारी के अनुसार 16 अगस्त को शाम लगभग साढ़े चार बजे एसडीएम नरेंद्र कुमार ने तहसील के मुआयने के दौरान भूमि संबंधी आदेशों के अमलदरामद दर्ज किए जाने वाले रजिस्टर नंबर छह दिखाने को कहा। रजिस्टर काफी होने के चलते एसडीएम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे की आशंका व्यक्त करते हुए वर्ष 2014 से अभी तक के आर-6 रजिस्टर अपने कक्ष में रखवाने को कहा, ताकि वह उनका भली-भांति परीक्षण कर सकें। मुआयना समाप्त होने के बाद ही एसडीएम के पेशकार शिशुपाल का फोन आया कि साहब रजिस्टर अभी मांग रहे हैं। इसी के चलते वर्ष 2014 से अभी तक के कुल सात रजिस्टर एसडीएम के कमरे में रखवा दिए गए। इसके बाद 20 अगस्त को मोहर्रम के अवकाश के बावजूद शाम लगभग साढ़े चार बजे शिशुपाल ने फोन कर कुलदीप को बुलाया और अपने साथ तहसील ले जाकर सातों आर-6 रजिस्टर वापस रखवाए। कन्हैयालाल के अनुसार अगले दिन 21 अगस्त को एसडीएम ने उनको अपने कक्ष में बुलाकर कहा कि सभी रजिस्टर वह ठीक से देख नहीं पाए हैं। अगर कहीं कटिग या ओवर राइटिग हो तो इनीशियल हस्ताक्षर कर देना, कोई कमी न रह जाए। इसके बाद कुलदीप तिवारी ने रजिस्टर चेक किए तो परगना अमृतपुर के द्वितीय रजिस्टर के पेज संख्या 327 के अंत में 357 पृष्ठ देखें अंकित पाया गया। पेज संख्या 357 से 359 तक पर ग्राम सबलपुर डालकर क्रमांक एक से 68 तक असंक्रमणीय भूमिधरी के अमलदारामद पाए गए जो कि संदिग्ध प्रतीत होते हैं। क्योंकि न तो अमलदरामद करने वाले के हस्ताक्षर हैं और न ही तिथि अंकित की गई है।