ग्रामीणों की सजगता से सहमा कोरोना संक्रमण

संवाद सूत्र नवाबगंज (फर्रुखाबाद) ग्रामीणों की सजगता के कारण अभी तक कोरोना गांव में नहीं घ्

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 07:28 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 07:28 PM (IST)
ग्रामीणों की सजगता से सहमा कोरोना संक्रमण
ग्रामीणों की सजगता से सहमा कोरोना संक्रमण

संवाद सूत्र, नवाबगंज (फर्रुखाबाद) : ग्रामीणों की सजगता के कारण अभी तक कोरोना गांव में नहीं घुस पाया है। कई बार गांव के लोगों हल्का बुखार आया तो उनकी जांच भी कराई गई, लेकिन उन्हें कोरोना नहीं निकला। ग्रामीण बताते हैं कि बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलते हैं। खेतों में भी काम करने जाते हैं तो मास्क लगाए रहते हैं। सब्जी वालों को भी गांव के बाहर ही रोकते हैं। वहीं से शारीरिक दूरी बनाकर सब्जी आदि खरीदते हैं। हाथ साबुन से धोने के बाद ही कोई काम करते हैं। भले ही जिले में कोरोना के संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही हो, लेकिन क्षेत्र के गांव ककिउली के लोगों को संक्रमण छू भी नहीं पाया। इसके पीछे ग्रामीणों की सजगता काम आई। बेवजह बाहर घूमने से परहेज करते रहे। काम से बाहर निकले तो मास्क और फिजिकल डिस्टेंसिग जैसे नियमों का पालन किया। घर लौटे तो हाथ-पैर धोकर ही अंदर गए। गांव के कुछ लोगों को हल्का जुकाम बुखार तो हुआ, लेकिन जांच में वह कोरोना पाजिटिव नहीं पाए गए। मामूली इलाज के बाद ही वह सही हो गए। बताते हैं ग्रामीण 'घर के सभी सदस्य खेतों व घरों में काम करते रहे। काम करते समय भी नियमित रूप से मास्क व सैनेटाइजर का उपयोग किया। इससे गांव का कोई भी कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ। सभी कोरोना को लेकर सजग रहे।' - द्वारिका प्रसाद, ककिउली।

'कोरोना का प्रकोप शुरू होने के बाद घर के लोग बेवजह घर से बाहर नहीं निकले। खेतों में काम करते समय भी कोरोना को लेकर पूरी तरह जागरूक रहे। इन्हीं सावधानियों से गांव के लोग संक्रमित होने से बचे रहे।' - दीपू कठेरिया, ककिउली।

'कोरोना शुरू होने के बाद लोग बेवजह बाजार आदि भी नहीं गए। लोगों ने भीड़भाड़ वाले स्थानों से दूरी बनाकर रखी। गांव में सैनीटाइजेशन भी किया गया। लोगों को बुखार तो आया, लेकिन दवा लेने के बाद ठीक हो गए।' - सतेन्द्र दीक्षित, ककिउली।

'गांव के कई लोगों ने कोविड की जांच कराई, लेकिन कोई भी पॉजिटिव नहीं निकला। लोगों ने शादी विवाह आदि कार्यक्रमों में भी जाने से परहेज किया। इससे गांव के लोग संक्रमित होने से बच सके।' - अजीत यादव, ककिउली। 'गांव के लोग कोरोना शुरू होते ही सजग हो गए। गांव में बाहर से आने वाले लोगों को रोक दिया गया। लोग बहुत ही आवश्यक कार्य होने पर ही गांव से बाहर निकले। इसी सावधानी से गांव के लोग संक्रमण से बचे रहे।' - सतेन्द्र यादव, ककिउली।

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