मौत के खौफ पर भारी जिदगी का जश्न, गूंज रही शहनाई

संवाद सहयोगी कायमगंज गर्मियों में गेहूं मक्का सरसों आदि फसलों के बाद गांवों में शादी समा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 07:51 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 07:51 PM (IST)
मौत के खौफ पर भारी जिदगी का जश्न, गूंज रही शहनाई
मौत के खौफ पर भारी जिदगी का जश्न, गूंज रही शहनाई

संवाद सहयोगी, कायमगंज : गर्मियों में गेहूं, मक्का, सरसों आदि फसलों के बाद गांवों में शादी समारोह बहुतायत में होते हैं। पहले से तय हुई शादियों के दौरान कोरोना संकट व कोरोना क‌र्फ्यू के बावजूद शादियों के लिए होने वाली खरीदारी से नगर के बाजार से न तो भीड़ कम हो रही है, न ही कोरोना गाइड लाइन का पालन हो रहा है।

कोरोना क‌र्फ्यू के बावजूद नगर में प्रतिदिन भीड़ के खूब रौनक हो रही है। दुकानों के शटर बंद होने के बावजूद कोरोना क‌र्फ्यू जैसी स्थिति नहीं लगती है। बड़ी संख्या में लोग बाइक, ई रिक्सा, कार व पैदल घूमते नजर आते हैं। लोगों के बेवजह घूमने के अलावा भीड़ होने का कारण सहालग भी बताया गया। भले ही सरकार ने शादी के लिए गाइडलाइन जारी कर अधिकतम 20 लोगों को शादी में शामिल होने की अनुमति दी है, लेकिन लोग मनमाने तरीके से शादी कर रहे हैं। यदि बीस मेहमानों के बीच भी शादी हो तो भी शादी के आइटम कपड़े, जेवर, खानपान का सामान, कास्मेटिक, जूता चप्पल आदि तमाम चीजों की जरूरत होती है। जिसके लिए लोग बाजार में आते हैं व जरूरत की हर चीज खरीद कर ले जाते हैं। अधिकांश दुकानों पर दिखावे के तो ताले पड़े दिखते हैं, लेकिन उनके दुकानदार चाबी लिए दुकान के बाहर बैठे मिलते हैं। ग्राहक को प्रत्येक जरूरत की चीज उपलब्ध हो जाती है। शमसाबाद में दुकानदारों के हौसले बुलंद

शमसाबाद : कस्बा में शनिवार को सभी दुकानें खुली और ग्राहकों की भीड़ रही। जिससे कोरोना क‌र्फ्यू का कोई भी असर कस्बे में नहीं दिखाई दिया। पुलिस के कोई कार्रवाई न करने से दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं। कस्बा इंचार्ज दारोगा अच्छे लाल पाल ने बताया कि दुकानदारों को कोविड 19 के नियमों का पालन करने का निर्देश दिया जा रहा है। उन्हें कार्रवाई की चेतावनी भी दी जा रही है।

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