एंबुलेंस कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष समेत सात पर एस्मा के तहत मुकदमा दर्ज

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद विभिन्न मांगों को लेकर 102 व 108 एंबुलेंस के ईएमटी व पायलट हड

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 07:22 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 07:22 PM (IST)
एंबुलेंस कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष समेत सात पर एस्मा के तहत मुकदमा दर्ज
एंबुलेंस कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष समेत सात पर एस्मा के तहत मुकदमा दर्ज

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : विभिन्न मांगों को लेकर 102 व 108 एंबुलेंस के ईएमटी व पायलट हड़ताल पर चले गए हैं। एस्मा (आवश्यक सेवा अनुरक्षण अधिनियम) लागू होने के बावजूद हड़ताल करने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने जीवन दायिनी स्वास्थ्य विभाग 108,102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के जिलाध्यक्ष समेत सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सतीश चंद्रा ने शहर के मोहल्ला कादरीगेट निवासी शिवनीत सिंह, मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के रोहिला निवासी कृष्णकांत यादव, रूपनगर निवासी सुनील यादव, जनपद एटा के अलीगंज थाना क्षेत्र के जस्टपुर निवासी पुष्पेंद्र सिंह यादव, जनपद मैनपुरी के बेवर थाना क्षेत्र के तिगमा निवासी आलोक यादव, जनपद हरदोई निवासी शिशिर कुमार और कश्मीर कनौजिया के खिलाफ आवश्यक सेवा अनुरक्षण अधिनियम (एस्मा) के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। यह सभी लोग 102 व 108 एंबुलेंस सेवा के इमरजेसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) व पायलट हैं। कश्मीर कनौजिया एंबुलेंस जीवन दायिनी एंबुलेंस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हैं। सीएमओ ने दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहा कि 28 जुलाई को एंबुलेंस कर्मचारियों द्वारा सेवाएं बाधित कर दी गईं और लोहिया अस्पताल परिसर में धरने पर बैठ गए। समझौता वार्ता के दौरान एंबुलेंस की चाबी ले ली गईं थीं। दो अगस्त को एंबुलेंस सेवा के कार्यक्रम प्रबंधक सौरभ चौहान ने अवगत कराया कि कुछ पूर्व एंबुलेंस चालकों द्वारा अनावश्यक रूप से संचालित एंबुलेंस का विरोध करते हुए सेवाएं बाधित की जा रहीं हैं। कोतवाली प्रभारी वेदप्रकाश पांडेय ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की विवेचना आवास विकास चौकी प्रभारी विशेष कुमार को दी गई है। अभी पटरी पर नहीं आ सकी एंबुलेंस सेवा

मरीजों को घर से अस्पताल लाने के लिए 102 व 108 एंबुलेंस सेवा का संचालन किया जा रहा है। कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से सेवा बाधित हो गई। सेवा का संचालन करने के लिए अस्थाई लोगों की भर्ती की गई। इसके अलावा 12 कर्मचारी हड़ताल से लौट आए। इसके बावजूद पूरी तरह से व्यवस्था पटरी पर नहीं आ सकी। कारण अनट्रेंड स्टाफ होने की वजह से दिक्कत आ रहीं हैं। अभी भी लोगों को एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिल पा रही है। जिससे वह निजी साधन से मरीजों को अस्पताल ला रहे हैं।

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