शहर में लग रहे बारूद के ढेर, हादसे को आमंत्रण

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद दीपावली व दशहरा को देखते हुए आतिशबाजी की थोक दुकानें सज गइ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 10:28 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 10:28 PM (IST)
शहर में लग रहे बारूद के ढेर, हादसे को आमंत्रण
शहर में लग रहे बारूद के ढेर, हादसे को आमंत्रण

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : दीपावली व दशहरा को देखते हुए आतिशबाजी की थोक दुकानें सज गई हैं। अधिकांश दुकानें आबादी क्षेत्रों में हैं। नियमानुसार आतिशबाजी की दुकानों को आबादी के बाहर होना चाहिए, लेकिन अभी तक विभाग ने इस ओर अपनी नजर नहीं दौड़ाई है। लाइसेंस नवीनीकरण के निरीक्षण में अधिकारियों को आबादी नहीं दिख रही है।

जनपद में देसी आतिशबाजी बनाने के लिए 29 लोगों के पास लाइसेंस हैं। जब कि थोक आतिशबाजी दुकानें 12 हैं। इनमें नौ शहर, दो फतेहगढ़ और एक कायमगंज में हैं। कुछ दुकानें आबादी क्षेत्रों में हैं। एक दुकान के पास प्राथमिक विद्यालय है तो दो दुकानों के आस पास मकान व अन्य दुकानें हैं। लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने समिति बनाई है। उक्त टीमें मौके पर जाकर निरीक्षण करने के बाद लाइसेंस का नवीनीकरण करेंगे। शहर में सिटी मजिस्ट्रेट, सीओ सिटी और मुख्य अग्निशमन अधिकारी को नामित किया गया है। जब कि देहात क्षेत्रों में संबंधित एसडीएम, क्षेत्राधिकारी और अग्निशमन अधिकारी को समिति में रखा गया है। अभी तक आबादी क्षेत्रों में स्थित आतिशबाजी की दुकानों पर अधिकारियों की नजर नहीं गई है। कुछ दुकानों में नियम का पालन भी नहीं किया जा रहा है।

ये हैं नियम

-निर्माण स्थल तक पहुंच मार्ग की स्थिति, अग्निशमन के वाहन सुगमता से आ व जा सके।

-भवन निर्माण में ईंट, पत्थर, कंकरीट का प्रयोग होना चाहिए।

-निर्माण स्थल पर अलग-अलग चार कमरे होने चाहिए।

-चारों कमरों के मध्य 45 मीटर की दूरी होनी चाहिए।

-आतिशबाजी निर्माण का भवन भूतल तक ही निर्मित होना चाहिए।

-आतिशबाजी निर्माण स्थल की रिहायशी क्षेत्र तथा निकट के रास्ते से 45 मीटर की दूरी होनी चाहिए।

-दुकानों में विद्युत वायरिग नहीं होनी चाहिए।

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लाइसेंस नवीनीकरण के लिए मौके पर जाकर निरीक्षण किया जा रहा है। नियमानुसार ही लाइसेंस नवीनीकरण किए जाएंगे। अनियमितता मिलने पर अभी तक दो लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं। अन्य के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।

- विजय प्रकाश त्रिपाठी, मुख्य अग्निशमन अधिकारी।

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