सजी झांकियां, गाईं बधाई, घर घर जन्मे कृष्ण कन्हैया

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद शाम से ही घरों और मंदिरों में सजी भगवान श्रीकृष्ण की झांकि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 10:28 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 10:28 PM (IST)
सजी झांकियां, गाईं बधाई, घर घर जन्मे कृष्ण कन्हैया
सजी झांकियां, गाईं बधाई, घर घर जन्मे कृष्ण कन्हैया

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : शाम से ही घरों और मंदिरों में सजी भगवान श्रीकृष्ण की झांकियां और वहां जन्मोत्सव पर विशेष पूजन को लेकर तैयारियों में जुटे लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। जैसे ही रात गहराती जा रही थी वैसे ही उत्साह और बढ़ता जा रहा था। जैसे ही रात 12 बजे वैसे ही चारों ओर घंटे और घड़ियाल के बीच जय कन्हैया लाल की जयकारे गूंजने लगे। लोगों ने भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक कर पूजन किया। वहीं महिलाओं ने बधाई गीत गाए। देर रात तक यह कार्यक्रम चलते रहे।

जिले भर में बुधवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। बुधवार सुबह से ही बाजारों में भी जन्माष्टमी का उल्लास दिखाई दे रहा था। लोगों ने घरों और मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण की झांकियां सजाई। शाम होते ही झांकियां खोली गईं तो इन्हें देखने के लिए भी लोग निकले। शहर के लोहाई रोड स्थित श्री राधाश्याम शक्ति मंदिर, घुमना बाजार स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर, खतराना स्थित राधा-गोपाल मंदिर और चौक स्थित श्रीकृष्ण मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण व राधा की मूर्तियों को भव्यता के साथ सजाया गया था। ठाकुरद्वारा व श्री राधा श्याम शक्ति मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति का दूध, दही व गंगाजल से महाभिषेक किया गया। ठाकुरद्वारा मंदिर में पुजारी चंद्रप्रकाश मिश्रा ने आरती उतारी। जन्माष्टमी को लेकर लोग अपने-अपने बच्चों को राधा-कृष्ण के स्वरूप में सजाकर मंदिरों में दर्शन कराने पहुंचे। कुचिया स्थित शोभा दीक्षित के आवास पर राधा के स्वरूप में अनिका दीक्षित उर्फ सोना, श्रीकृष्ण के स्वरूप में रामम दीक्षित व ग्वाल के स्वरूप में श्रेयश दीक्षित, शिवांश दीक्षित व कुशल मनमोहक लग रहे थे। रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होते ही चारों ओर हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैयालाल की आदि जयकारे गूंज उठे। पुलिस लाइन स्थित मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की भव्य झांकियां सजाई गईं। वहां पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार मिश्रा ने पूजन किया। कोरोना के चलते जेलों में नहीं सजी झांकियां

कोरोना प्रोटोकॉल के चलते इस बार जेलों में झांकियां नहीं सजीं। जिला जेल गेट पर बने मंदिर पर जेल कर्मियों ने सजावट कर जन्माष्टमी मनाई। बंदियों को आयोजन से दूर रखा गया। कुछ बंदियों ने बैरिक में ही पूजा अर्चना की। वृत रखने वाले बंदियों के लिए विशेष भोजन की व्यवस्था की गई। बैरिकों के भीतर कुछ बंदियों ने झांकियां सजाई।

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