पुलिस कर्मियों के लिए लाइन में बनेगा 20 बेड का कोविड अस्पताल

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद कोरोना संक्रमण पुलिस लाइन में कोविड अस्पताल बनाया जाएगा। इसकी त

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 10:37 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 10:37 PM (IST)
पुलिस कर्मियों के लिए लाइन में बनेगा 20 बेड का कोविड अस्पताल
पुलिस कर्मियों के लिए लाइन में बनेगा 20 बेड का कोविड अस्पताल

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कोरोना संक्रमण पुलिस लाइन में कोविड अस्पताल बनाया जाएगा। इसकी तैयारी भी लगभग पूरी कर ली गई है। यह अस्पताल पुलिस कर्मियों के बैरक में खोला जा रहा है। भवन की रंगाई पुताई करा दी गई है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के आदेश पर पुलिस लाइन स्थित पुलिस कर्मियों की बैरक में 20 बेड का कोविड हॉस्पिटल बनाया जा रहा है। यहां पर ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। चिकित्सा संबंधित उपकरण लगाए जा रहे हैं ताकि संक्रमण की चपेट में आने के बाद अगर पुलिस कर्मियों की हालत बिगड़े तो उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जा सके और उनका इलाज हो सके। यहां पर पुलिस लाइन अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। चिकित्सक की तैनाती के लिए सीएमओ को पत्र लिखा जाएगा।

छुट्टी से लौटने वाले पुलिस कर्मी कराए जा रहे क्वारंटाइन

छुट्टी से लौटकर पुलिस लाइन में अपनी आमद कराने पहुंच रहे पुलिस कर्मियों को सात दिन के लिए क्वारंटाइन कराया जा रहा है, ताकि अगर सिपाही में संक्रमण के लक्षण हों तो अन्य लोग संक्रमण की जद से आने से बच जाएं।

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पुलिस लाइन में 20 बेड का कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है। तैयारी लगभग पूरी कर ली गई हैं। लाइन अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी देखरेख करेंगे। चिकित्सक की तैनाती के लिए सीएमओ को पत्र लिखा जाएगा।

अजय प्रताप, अपर पुलिस अधीक्षक।

एल-2 अस्पताल से मरीजों व स्वास्थ्य कर्मियों को खतरा : कायमगंज सीएचसी के इमरजेंसी वार्ड से सटाकर बनाए गए एल-2 अस्पताल से इमरजेंसी में भर्ती मरीजों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों पर भी संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। कायमगंज सीएचसी के जिस भवन में एल-2 अस्पताल बनाया गया है। वह दरअसल सीएचसी का ओपीडी वार्ड है। यह वार्ड व इमरजेंसी वार्ड एक ही बड़े हाल में हैं। जिसके बीच में शीशे व एल्यूमिनियम का पार्टीशन है। एल-2 में आने व जाने का रास्ता इमरजेंसी वार्ड से होकर जाता है, जो संक्रमित मरीज आते हैं, उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों के बीच से ले जाया जाता है। ऐसी परिस्थिति में इमरजेंसी में भर्ती मरीजों व स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। जिससे स्वास्थ्यकर्मी भी भयभीत हैं। वहीं इमरजेंसी व एल-2 अस्पताल में डॉक्टर व स्टाफ की ड्यूटी संयुक्त होती है, जो डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी कोविड मरीज को देखते हैं, वही इमरजेंसी मरीज को भी आकर देखते हैं। जिससे इमरजेंसी मरीज को भी कोविड का खतरा हो जाता है। एल-2 अस्पताल के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. शिवप्रकाश ने बताया कि डॉक्टर व स्टाफ की कमी के कारण इमरजेंसी व एल-2 की ड्यूटी एक साथ की जा रही है।

हटाया जाए एल-2 अस्पताल

कायमगंज: ई-रिक्शा चालक व भूमिहीन मजदूर यूनियन की बैठक में अध्यक्ष वाजिद अली राका ने कहा कि नगर के बीचोबीच भीड़भाड़ वाले इलाके में एल-2 अस्पताल खोला जाना गलत है। अस्पताल के कारण सीएचसी में बच्चों के टीकाकरण से लेकर अन्य सभी स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई हैं। इसलिए एल-2 अस्पताल को कंपिल, बरौन या अन्य किसी सीएचसी में शिफ्ट किया जाए। सामान्य लोगों को स्वास्थ्य सेवा मिल सके।

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