जांच में 33 भूमिहीन लोग भी पाते मिले सम्मान निधि
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत आनलाइन आवेदन के चलते काफी सं
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत आनलाइन आवेदन के चलते काफी संख्या में अपात्र भी राजस्व कर्मियों की मिलीभगत से अपात्र धनराशि पाने में सफल हो जाते हैं। जांच में गड़बड़ी मिलने पर कृषि विभाग के अधिकारी संबंधित किसान से वसूली या आरसी जारी कर बैठ जाते हैं।दोषी राजस्व कर्मियों पर कार्रवाई न होने से घोटाला रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत सभी भूमिधर किसानों को सम्मान निधि योजना के तहत हर तीन माह में दो हजार रुपये की धनराशि का अनुदान दिए जाने का प्रावधान है। योजना के तहत आनलाइन आवेदन की व्यवस्था है। पोर्टल पर दर्ज भूमि संबंधी विवरण का राजस्व विभाग से सत्यापन कराया जाता है। इसके बावजूद आपात्रों को धनराशि स्वीकृत हो जाती है। हर बार सत्यापन में अपात्र पकड़े जाते हैं और वसूली या आरसी जारी करने के बाद कृषि विभाग अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेता है। इस बार भी सत्यापन में 686 अपात्र पाए गए हैं। इन सभी को कृषि विभाग की ओर से वसूली नोटिस जारी कर दिए गए हैं। मोटे अनुमान से लगभग 24 लाख रुपये की वसूली की जानी है। मदरसे के छात्र भी ले रहे थे सम्मान निधि
विगत वित्तीय वर्ष में जहानगंज क्षेत्र के एक मदरसा स्कूल के छात्र भी सम्मान निधि लेते मिले थे। जागरण में मामले में विस्तार से खबर छपने के बाद जिलाधिकारी के हस्तक्षेप पर कृषि विभाग ने मामले में एफआइआर दर्ज कराई थी।