कम आमदनी वाले पाठयक्रमों को भविष्य में चलाना संभव नहीं: कुलपति

अयोध्या डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह की अध्यक्षता में

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 10:50 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 10:50 PM (IST)
कम आमदनी वाले पाठयक्रमों को भविष्य में चलाना संभव नहीं: कुलपति
कम आमदनी वाले पाठयक्रमों को भविष्य में चलाना संभव नहीं: कुलपति

अयोध्या: डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह की अध्यक्षता में कौटिल्य प्रशासनिक भवन के सभागार में परिसर में संचालित स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों के आय-व्यय एवं शुल्क के संबंध मे अहम बैठक की। वित्त अधिकारी धनजंय सिंह ने विभागाध्यक्षों, निदेशकों एवं समन्वयकों के सामने विभिन्न पाठ्यक्रम क आय व्यय का ब्योरा प्रस्तुत किया। कई कोर्सों की खस्ता हालत पर कुलपति नाराज हुए। इसको लेकर कुलपति ने समन्वयकों से नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इन पाठ्यक्रम की आय को बढ़ाने के लिए विभागीय स्तर से प्रयास तेज करें। कुलपति ने कहा कि परिसर में संचालित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन 15 जुलाई तक किए जा सकते हैं। सभी स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों के विभागाध्यक्ष, निदेशक एवं समन्वयक अपने स्तर से पाठ्यकमों की आय बढ़ाने के लिए विभागीय शिक्षकों से प्रयास करा सकते हैं।

कहा कि परिसर संचालित पाठ्यक्रमों की उपयोगिता के प्रचार-प्रसार के लिए दूर-दराज के क्षेत्रों में अपने स्तर से लोगों को बताए। चेताया कि जिन पाठ्यक्रमों की आय कम हो रही है, उन्हें भविष्य में चलाना संभव नही होगा। इसलिए इन पाठ्यक्रमों में होने वाले खर्च को कम करने के निर्देश का पालन करें। बैठक में मुख्य नियंता प्रो.अजय प्रताप सिंह, कुलसचिव उमानाथ, प्रो. नीलम पाठक, प्रो. एसएस मिश्र, प्रो.राजीव गौड़ सहित अन्य मौजूद रहे।

अवध विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा 21 जुलाई से

अयोध्या: डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों की मुख्य परीक्षाएं 21 जुलाई से शुरू होंगी। इसमें सत्र 2020-21 के स्नातक एवं परास्नातक अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। परीक्षा केंद्र पर कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन हर हाल में कराया जाएगा। साथ ही विवि एवं महाविद्यालयों के सेमेस्टर पाठ्यक्रमों के अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं भी आयोजित होंगी। परीक्षा अवधि डेढ़ घंटे की होगी, जिसमें परंपरागत प्रश्नपत्र आएंगे। स्नातक भाग एक व दो तथा स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के छात्रों को प्रोन्नत किए जाने का फैसला किया गया है।

परीक्षा नियंत्रक उमानाथ ने बताया कि कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह के निर्देश पर शासन के निर्देश का अनुपालन करते हुए परीक्षाएं संपन्न कराई जाएंगी। मीडिया प्रभारी डॉ. विजयेंदु चतुर्वेदी ने बताया कि मुख्य परीक्षा कार्यक्रम शीघ्र ही विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।

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