धर्मसभाः भव्य राम मंदिर के लिए 1992 जैसे संकल्प और प्रतिबद्धता को याद करेगा हिंदू समाज

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के शनिवार को अयोध्या आगमन एवं रविवार को विहिप की धर्मसभा की तारीख निकट आने के साथ रामनगरी में हलचल बढ़ती जा रही है।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 04:15 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 08:29 PM (IST)
धर्मसभाः भव्य राम मंदिर के लिए 1992 जैसे संकल्प और प्रतिबद्धता को याद करेगा हिंदू समाज
धर्मसभाः भव्य राम मंदिर के लिए 1992 जैसे संकल्प और प्रतिबद्धता को याद करेगा हिंदू समाज

अयोध्या (जेएनएन)। रविवार को प्रस्तावित धर्मसभा की तैयारी के लिए विहिप, भाजपा, संघ परिवार और शिवसेना समेत के अनेक सनातनपंथी संगठन युद्धस्तर पर सक्रिय हैं। मुस्लिम कारसेवकों का दल रामनगरी पहुंच चुका है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के शनिवार को अयोध्या आगमन होना है। विहिप की धर्मसभा की तारीख जैसे जैसे निकट आने के साथ रामनगरी में हलचल बढ़ रही है। रामभक्तों का अयोध्या पहुंचना शुरू हो गया है। पत्थरतराशी देखने के लिए कारसेवकपुरम में भीड़ उमड़ रही है। मीडिया प्रभारी विहिप शरद शर्मा की माने तो अयोध्या में रामलला की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर की कामना से हिंदू समाज की भावना का प्रकटीकरण वर्ष 1992 में दिखा था। धर्मसभा में हिंदू समाज अपने उसी संकल्प और प्रतिबद्धता का स्मरण करेगा। ताजा हालात को देखते सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इस बीच बाबरी मुद्दे के पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि मंदिर के लिए कानून बनाना राजनीति है, ऐसी राजनीति जिसे करनी हो वह स्वतंत्र है।

अधिगृहीत परिसर की निगरानी सख्त

धर्मसभा में उमडऩे वाली भीड़ को लेकर सुरक्षातंत्र की नींद उड़ी है। निषेधाज्ञा लागू कर अधिगृहीत परिसर की ओर भीड़ के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, हालांकि दर्शन-पूजन से किसी को मना नहीं किया है। धर्मसभा में आने वाले वाहनों की पार्किंग हाइवे पर की गई है। कार्तिक मेला के लिए उपलब्ध अतिरिक्त फोर्स 23 नवंबर को वापस होनी थी, लेकिन धर्मसभा व ठाकरे के कार्यक्रम को देखते हुए उसे 25 नवंबर तक अयोध्या में रोक दिया गया है। सात कंपनी अद्र्धसैनिक बल और मांगा गया है। छह एएसपी, 16 डिप्टी एसपी, 30 निरीक्षक, 250 उपनिरीक्षक, 12 थाना प्रभारी, 15 महिला एसआइ, 650 आरक्षी, 50 महिला आरक्षी, छह कंपनी पीएसी, दो कंपनी आरएएफ अयोध्या में मोर्चा संभाले है। एसपी सिटी अनिल कुमार सिंह ने कहाकि अधिगृहीत परिसर की सुरक्षा व निगरानी के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। 

मुस्लिम कारसेवक बजाएंगे घंटी

रामनगरी में मुस्लिम कारसेवक मंच के अध्यक्ष आजम खान की इंट्री हो चुकी है। उन्होंने विहिप एवं शिवसेना के नेताओं से भेंट करने के साथ एलान किया कि दोनों कार्यक्रमों में वे एक हजार मुस्लिमों के साथ शिरकत करेंगे और घंटी बजाकर मंदिर निर्माण का संदेश देंगे। बाइक से दो हजार किलोमीटर का सफर-मुंबई के मोहन यादव मंदिर समर्थन की रोचक नजीर हैं। वह युवा पुत्र के साथ बाइक से दो हजार किलोमीटर का सफर तय कर रामनगरी पहुंचे हैं। 

अयोध्या में अवश्य बनेगा राममंदिर 

पूर्व सांसद विनय कटियार ने कहा कि अयोध्या में भव्य राममंदिर अवश्य बनेगा, लेकिन इसमें समय लग सकता है। पूर्व सांसद कटियार ने कहा, बजरंगदल के कार्यकर्ताओं से संपर्क कर उन्हें 25 नवंबर को अयोध्या आने को कहा जा रहा है। वहां मंदिर निर्माण की कार्ययोजना तैयारी की जाएगी। बजरंगदल पांच सौ स्थानों पर सभाएं कर राममंदिर निर्माण के लिए सहयोग मांगेगा। ढांचा ध्वंस के बाद तत्कालीन विधानसभा भंग होने के साथ पवन को विधायकी से हाथ धोना पड़ा। विधायक पवन पांडेय धर्मसभा को कामयाब बनाने के लिए सक्रिय हैं और 10 हजार लोगों के साथ शिरकत की तैयारी में हैं। रामभक्तों का इस्तकबाल 50 किमी दूर मवई चौराहा से शुरू होगा। 

शिवसेना प्रवक्ता का अयोध्या में डेरा

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अयोध्या आगमन की तैयारी को अंतिम स्पर्श देने के लिए बुधवार को शिवसेना संसदीय दल के नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत रामनगरी पहुंचे। उन्होंने लक्ष्मणकिला परिसर में प्रस्तावित संत पूजन कार्यक्रम के लिए भूमि पूजन किया। इस मौके पर राउत ने कहा, हमें लंबे समय से इंतजार था कि रामलला की बहुमत वाली सरकार आएगी और मंदिर बनेगा पर ऐसा नहीं हो पा रहा है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे इस सरकार को जगाने के लिए अयोध्या आ रहे हैं। 

रामलला दे सकते हैं तो छीन भी सकते  

राउत ने सरकार को चेतावनी दी कि रामलला यदि बहुमत दे सकते हैं तो सत्ता छीन भी सकते हैं। उधर, बड़ा भक्तमाल परिसर में चल रही विहिप की धर्मसभा की तैयारी निर्णायक दौर में पहुंच रही है। करीब 50 बीघा के मैदान का समतलीकरण किए जाने के बाद मंगलवार से मंच निर्माण का भी काम शुरू कर दिया गया है। विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा के अनुसार मैदान में जहां एक लाख से अधिक राम भक्तों के बैठने की सुविधा होगी, वहीं मंच पर सौ से अधिक वक्ता बैठ सकेंगे। वक्ताओं में संघ के सह सरकार्यवाह होसबोले सहित साध्वी ऋतंभरा, जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य, स्वामी हंसदेवाचार्य, जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास, युगपुरुष स्वामी परमानंद, विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोककुमार, उपाध्यक्ष चंपत राय आदि प्रमुख होंगे। 

मंदिर के लिए कानून के समर्थन के बयान से पलटे इकबाल

मंगलवार को मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने का समर्थन करने वाले बाबरी मस्जिद के पक्षकार मो. इकबाल बुधवार को अपने बयान से पलट गए। उन्होंने कहा कि वे सुप्रीमकोर्ट से मामले का समाधान चाहते हैं और कोर्ट जो भी निर्णय देगा, उन्हें स्वीकार्य होगा। इकबाल ने याद दिलाया कि कोर्ट में राममंदिर के पक्षकार एवं निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत धर्मदास के साथ वे राष्ट्रपति को ज्ञापन भी भेज चुके हैं। ज्ञापन में विवाद के शीघ्र निर्णय के लिए विशेष न्यायिक पीठ के गठन की मांगकी गई है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, मंदिर के लिए कानून बनाना राजनीति है और ऐसी राजनीति जिसे करनी हो वह स्वतंत्र है।  

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