सत्तारूढ़ दल के दो इलाकाई क्षत्रप आमने-सामने

सआदतगंज से अयोध्या तक प्रस्तावित फोरलेन सड़क को लेकर छिड़ी रार.सांसद के लिए प्रतिष्ठापरक बनी यह योजना तो व्यापारियों के विस्थापन की आशंका से इस योजना को निरस्त कराने के लिए खम ठोंक रहे विधायक.

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 12:05 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 12:05 AM (IST)
सत्तारूढ़ दल के दो इलाकाई क्षत्रप आमने-सामने
सत्तारूढ़ दल के दो इलाकाई क्षत्रप आमने-सामने

अयोध्या : सआदतगंज से अयोध्या तक प्रस्तावित फोरलेन सड़क सत्तारूढ़ दल के दो इलाकाई क्षत्रपों की नाक का सवाल बनती जा रही है। सांसद लल्लू सिंह के लिए जहां यह योजना ड्रीम प्रोजेक्ट की तरह है और वे इसे धरातल पर उतारने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध नजर आ रहे हैं, वहीं विधायक वेदप्रकाश गुप्त का मानना है कि इस योजना पर अमल से पूर्व विस्थापित होने वाले व्यापारियों का पुनर्वास सुनिश्चित हो। हो सकता है कि विधायक का यह रुख मतदाताओं को ध्यान में रखकर हो, पर इस तथ्य से इंकार नहीं किया जा सकता कि 13 किलोमीटर लंबा डबल लेन मार्ग फोर लेन किये जाने से हजारों दुकानें और व्यवसायिक प्रतिष्ठान सहित बड़ी संख्या में आवासीय भवन अधिग्रहीत करने होंगे। इसी मार्ग पर जिला चिकित्सालय और रामनगरी का सौ बेड वाला श्रीराम चिकित्सालय है। फोर लेन से इन चिकित्सालयों की भी सेहत बिगड़ने की आशंका है। गत रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन के साथ योजना की घोषणा होते ही व्यापारियों के कान खड़े हो गये हैं और विस्थापन की आशंका उन्हें बेचैन करने लगी है। भाजपा से ही जुड़े पूर्व सभासद एवं व्यापार मंडल के पदाधिकारी अचलकुमार गुप्त इस योजना को व्यापारियों के प्रति संवेदनहीनता करार देते हैं, वे हरिद्वार का उदाहरण देते हुए कहते हैं कि विकास का हम दिल से स्वागत करते हैं पर विकास के लिए जरूरी नहीं कि व्यापारियों का उत्पीड़न किया जाय और यदि ऐसा हुआ, तो हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। अचल के संयोजन में व्यापारियों पूरी एकजुटता के साथ प्रतिरोध का स्वर सांसद, विधायक एवं महापौर तक पहुंचा चुके हैं। फोरलेन को व्यापारियों को उजाड़ने की योजना बताने वाले व्यापारी नेता शक्ति जायसवाल हैरानी जताते हुए कहते हैं कि जो फोरलेन विकास के दावे से कहीं अधिक व्यापारियों का उत्पीड़क बनकर आगे बढ़ रहा है, उसे लेकर सत्तारूढ़ दल के लोग इतराहट दिखा रहे हैं। व्यापारी नेताओं का यह रवैया फोरलेन के विरोध की उबल रही हांडी का नमूना भर है। यदि योजना पर अमल की दिशा में फूंक-फूंक कर कदम नहीं बढ़ाये गये, तो यह मुद्दा सांसद-विधायक के साथ ही सरकार और व्यापारियों के बीच व्यापक विरोध का सबब बनेगा। अयोध्या : फोरलेन को लेकर उभर रहे अंतर्विरोध के बीच विधायक वेदप्रकाश गुप्त व जिलाधिकारी अनुजकुमार झा के बीच शनिवार को विस्तार से वार्ता हुई। इस दौरान नगर आयुक्त डॉ. नीरज शुक्ल सहित लोक निर्माण विभाग, सेतु निर्माण विभाग तथा नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान विधायक ने स्पष्ट किया कि प्रस्तावित फोरलेन से किसी भी व्यापारी व अयोध्यावासी को क्षति न हो यह जरूरी है। साथ ही अयोध्या के सर्वांगीण विकास के लिए यह भी जरूरी है कि अयोध्या के सभी मार्गों व गलियों का नवीनीकरण व सुंदरीकरण कराया जाय। किसी को उजाड़ कर नहीं होने देंगे फोरलेन निर्माण: पवन

जासं, अयोध्या: सआदतगंज से अयोध्या नयाघाट तक प्रस्तावित फोरलेन सड़क निर्माण को लेकर सपा ने आंदोलन की चेतावनी दे दी है। पूर्व मंत्री तेजनारायण पांडेय पवन ने कहाकि सैकड़ों वर्षों से रह रहे लोगों के मकान, कमाई का जरिया दुकान और मंदिरों को तोड़ कर फोरलेन का निर्माण हरगिज नहीं होने देंगे। सपा हर उस पीड़ित के साथ मिलकर निर्णायक लड़ेगी, जिसका नुकसान प्रदेश की भाजपा सरकार और उनके जिम्मेदार प्रतिनिधि करना चाह रहे है। पूर्व मंत्री शनिवार को पार्टी दफ्तर लोहिया भवन पर महानगर अध्यक्ष श्यामकृष्ण श्रीवास्तव के साथ मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहाकि जनता ने जिन्हें चुनकर विकास की जिम्मेदारी सौंपी, आज वहीं जनप्रतिनिधि जनता को उजाड़ फेंकना चाह रहे हैं। हम भी अयोध्या का विकास चाहते हैं लेकिन किसी की रोजी-रोटी छीन कर नहीं। उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए कहा कि यह बताया जाए कि जिनको उजाड़ा जाएगा, उनके लिए आखिर क्या व्यवस्था की गई। लॉकडाउन से व्यापार चौपट हो गया और अब सरकार व्यापारियों, मंदिरों और स्थानीय लोगों को मिटाने पर उतारू है। फोरलेन निर्णय के निर्णय का विरोध करते हुए पूर्व मंत्री ने कानपुर में हुई घटना पर प्रदेश सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। वह प्रदेश को अपराधियों के चंगुल से मुक्त नहीं करा पा रहे है।

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