राम जन्मोत्सव आज, मध्याह्न मंदिरों में होगी प्राकट्य आरती

रामनगरी में बुधवार को राम जन्मोत्सव मनाया जाएगा। पौराणिक विवरण के अनुसार श्रीराम का जन्म त्रेता युग के चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवी तिथि को मध्याह्न हुआ था। इस मान्यता के अनुरूप बुधवार को मध्याह्न राम जन्मोत्सव की रस्म निभायी जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 11:25 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 11:25 PM (IST)
राम जन्मोत्सव आज, मध्याह्न मंदिरों में होगी प्राकट्य आरती
राम जन्मोत्सव आज, मध्याह्न मंदिरों में होगी प्राकट्य आरती

अयोध्या : रामनगरी में बुधवार को राम जन्मोत्सव मनाया जाएगा। पौराणिक विवरण के अनुसार श्रीराम का जन्म त्रेता युग के चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवी तिथि को मध्याह्न हुआ था। इस मान्यता के अनुरूप बुधवार को मध्याह्न राम जन्मोत्सव की रस्म निभायी जाएगी। इससे पूर्व मंदिरों के गर्भगृह में जन्म की प्रतीकात्मक प्रक्रिया के तहत शालिग्राम शिला रूपी भगवान का प्राकट्य कराया जाएगा। तदुपरांत वैदिक विधि-विधान के साथ पंचामृत से शालिग्राम की शिला और श्रीराम के विग्रह का अभिषेक किया जाएगा। मध्याह्न ठीक 12 बजे रामनगरी में एक साथ हजारों मंदिरों के गर्भगृह के पट खुलेंगे और संपूर्ण रामनगरी प्राकट्य आरती के साथ घंटे-घड़ियाल से आप्लावित हो उठेगी। इस पावन अवसर को शिरोधार्य करने के लिए रामनगरी में गत कुछ वर्षों से 25 से 30 लाख लोग जमा होते थे, पर कोरोना संकट के चलते इस बार सन्नाटा व्याप्त है। रामनगरी में श्रद्धालुओं का आगमन निषिद्ध रखा गया है। इसके बावजूद मठ-मंदिरों के प्रबंधन की ओर से पूरा उत्साह बरता जा रहा है। एक ओर रामजन्मभूमि सहित सभी प्रमुख मंदिरों के प्रबंधन ने प्रशासन के आह्वान का समर्थन करते हुए श्रद्धालुओं से अयोध्या न आने की अपील की, दूसरी ओर कोरोना ये बचाव की गाइड लाइन का अनुपालन करते हुए जन्मोत्सव की रस्म निभाने के प्रति पूरी प्रतिबद्धता भी बयां हो रही है। इस बीच रामनगरी राम जन्मोत्सव की पूर्व बेला पर उमड़ने वाले श्रद्धालुओं के सैलाब के विपरीत सन्नाटे में डूबी है। पुण्यसलिला सरयू का जो तट श्रीराम और राम जन्मोत्सव के अनुरागियों की आस्था का अनिवार्य रूप से केंद्र होता था, वह भी सन्नाटे के साए में राम जन्मोत्सव के साथ कोरोना से बचाव के हौसले का इस्तकबाल कर रहा है। हवन के साथ कोरोना के खात्मे की प्रार्थना

- राम जन्मोत्सव की पूर्व बेला में मां दुर्गा के प्रति भी अनुराग अर्पित हुआ। बड़ी देवकाली एवं छोटी देवकाली समेत मां के अन्य मंदिरों में अष्टमी के मौके पर हवन करने वालों का तांता लगा रहा। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने सहयोगियों के साथ कारसेवकपुरम में हवन कर कोरोना के खात्मे और देश में सुख-समृद्धि की कामना की। जानकीमहल ट्रस्ट में भी हवन के साथ कोरोना के खात्मे की प्रार्थना की गई।

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