टीचर की भरमार, पुरस्कार के नहीं दावेदार
अयोध्या शिक्षकों के उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रत्येक वर्ष राज्य राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों को पुरस्कार शिक्षक दिवस के मौके पर दिया जाता है। इसकी कतार में जिले से मात्र सात शिक्षक हैं। राष्ट्रीय व राज्य स्तर के लिए सिर्फ चार-चार ने आवेदन किया। रामनगरी के सार्वभौम संस्कृत विद्यालय के उमाशंकर त्रिपाठी ने राज्य व राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए आवेदन किया है।
अयोध्या : शिक्षकों के उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रत्येक वर्ष राज्य, राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों को पुरस्कार शिक्षक दिवस के मौके पर दिया जाता है। इसकी कतार में जिले से मात्र सात शिक्षक हैं। राष्ट्रीय व राज्य स्तर के लिए सिर्फ चार-चार ने आवेदन किया। रामनगरी के सार्वभौम संस्कृत विद्यालय के उमाशंकर त्रिपाठी ने राज्य व राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए आवेदन किया है। वित्तविहीन योजना के संचालित विद्यालयों के दो शिक्षकों ने मुख्यमंत्री पुरस्कार के लिए भी आवेदन किया है। सीबीएसई के पुरस्कार के लिए आवेदन की कतार में एक भी शिक्षक नहीं है।
इन पुरस्कारों के लिए कम आवेदनों से यहां की शिक्षण व शिक्षा व्यवस्था को लेकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। कई विद्यालयों में शिक्षकों का टोटा बाधा बना हुआ है, तो कई जगह शिक्षकों को नेतागीरी रास आती है। वे क्लास जाने से परहेज करते हैं। ऐसे में शिक्षण गुणवत्ता व गुरुजी का बायोडाटा कमतर होना स्वाभाविक है। राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए आवेदन करने वालों में कनौसा कांवेंट इंटर कॉलेज की डॉ. हेमलता शुक्ला व पूर्व माध्यमिक विद्यालय के राजनाथ तिवारी हैं।
राज्य स्तरीय पुरस्कार पाने वालों की होड़ में पूर्व माध्यमिक विद्यालय के मऊ शिवाला के गोपालकृष्ण श्रीवास्तव, मधुसूदन विद्यामंदिर के जैसराज तिवारी व पूर्व माध्यमिक विद्यालय बुधौलिया की राधिका सिंह हैं। मुख्यमंत्री पुरस्कार के लिए वित्तविहीन विद्यालय की सूची में रामनगरी के सरस्वती विद्या मंदिर के शिक्षक लल्ला सिंह का नाम है। जिला विद्यालय निरीक्षक आरबीएस चौहान व बीएसए अमिता सिंह ने पुरस्कारों के लिए आवेदन करने वालों के बारे में जानकारी दी।
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मा.विद्यालय की संख्या - शिक्षक
420 - 2620
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परिषदीय विद्यालय
स्कूल की संख्या शिक्षक
1529 प्राथमिक - 3700
568 पूर्व माध्यमिक - 2809