मंदिर निर्माण की प्रक्रिया में टाटा कंसलटेंसी भी उत्तरदायी

रविवार को भी राम मंदिर निर्माण समिति की लगातार तीसरे दिन बैठक के बाद रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय का एलान.मंदिर निर्माण शुरू करने के लिए रविवार को भी मंथन.

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Nov 2020 11:40 PM (IST) Updated:Sun, 01 Nov 2020 11:40 PM (IST)
मंदिर निर्माण की प्रक्रिया में टाटा कंसलटेंसी भी उत्तरदायी
मंदिर निर्माण की प्रक्रिया में टाटा कंसलटेंसी भी उत्तरदायी

अयोध्या : रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की प्रक्रिया व्यापक होती जा रही है। स्थानीय सर्किट हाउस में लगातार तीसरे दिन राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक हुई। बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि निर्माता कंपनी के रूप में एलएंडटी तथा मॉडल और पत्थरों के आर्किटेक्ट के रूप में सीबी सोमपुरा एवं निर्माण की सलाहकार कंपनी के रूप में टाटा इंजीनियरिग कंसलटेंट को उत्तरदायी बनाया गया है। उन्होंने मंदिर निर्माण की तैयारी को पुख्ता बताते हुए कहा, निर्माण समिति की यह टीम इंजीनियरिग की मिनी पार्लियामेंट जैसी है। इससे अच्छी कोई टीम नहीं हो सकती और इसमें जो भी निष्कर्ष निकलेंगे, उसे ट्रस्ट स्वीकार करेगा। निर्माण समिति के चेयरमैन पूर्व आइएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में हुई बैठक में रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविददेव गिरि, ट्रस्टी जगद्गुरु माधवाचार्य विश्वप्रसन्न तीर्थ और डॉ. अनिल मिश्र सहित एलएंडटी, टाटा कंसलटेंसी, आइआइटी- चेन्नई, आइआइटी- रुड़की, एनआइटी सूरत तथा सेंट्रल बिल्डिग रिसर्च इंस्टीट्यूट रुड़की से जुड़े निर्माण क्षेत्र के दिग्गज शामिल हुए। बैठक में मौजूद विशेषज्ञों के साथ निर्माण समिति के अध्यक्ष सहित ट्रस्ट के महासचिव ने मंदिर की नींव के स्वरूप और उसमें प्रयोग होने वाले मैटीरियल के विषय में गंभीरता से चर्चा की। मंदिर निर्माण समिति नींव की मजबूती से कोई समझौता नहीं चाहती। यह पहले ही तय किया जा चुका है कि ऐसी पुख्ता नींव का निर्माण होना चाहिए, जिस पर बनने वाला मंदिर एक हजार वर्ष तक अक्षुण्ण रह सके।

दूरभाष पर लिया गया सुझाव

- बैठक के दौरान दिल्ली स्थित अक्षरधाम मंदिर के निर्माण से जुड़े रहे स्वामी ब्रह्मबिहारी से भी फोन पर सुझाव लिया गया। ब्रह्मबिहारी को मंदिर निर्माण का विशेषज्ञ माना जाता है। संपूर्ण परिसर को भव्यता देने की तैयारी

- मंदिर निर्माण के साथ तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट 70 एकड़ के संपूर्ण रामजन्मभूमि परिसर को भी पूरी भव्यता देने की तैयारी में है। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविददेव गिरि के अनुसार ट्रस्ट संपूर्ण परिसर को विकसित करने के लिए देशभर के आर्किटेक्ट को आमंत्रित कर रहा है और अपेक्षा है कि अपना प्रोजेक्ट ट्रस्ट को देंगे।

chat bot
आपका साथी