शहरी परिवहन का नया ढांचा तैयार करने से पहले होगा सर्वे
पखवारे भर के भीतर अयोध्या पहुंचेंगी राइट्स की टीमें.यातायात व्यवस्था में बड़े बदलाव की ओर बढ़ रही रामनगरी
अयोध्या : शहरी परिवहन को नया स्वरूप प्रदान करने की दिशा में 'राइट्स' तेजी से आगे बढ़ रही है। अनुबंध की प्रक्रिया पूरी करने के बाद राइट्स की शहरी परिवहन शाखा की महाप्रबंधक सुजाता सावंत का यहां दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम संपन्न हो चुका है। महाप्रबंधक के दौरे के बाद अब राइट्स की कई टीमें यहां डेरा डालने जा रही हैं। शहरी परिवहन का नया स्वरूप निर्धारित करने की प्रक्रिया ट्रैफिक सर्वे से आरंभ होगी। इसके तहत 'राइट्स' की कई टीमें विकास प्राधिकरण क्षेत्र का अध्ययन करने के बाद यातायात के वर्तमान स्वरूप और उसमें सुधार की रिपोर्ट तैयार करेंगी, जिसका शासन के उच्चाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुतीकरण होगा। विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष विशाल सिंह से समन्वय बना कर टीम कार्य करेगी।
राम मंदिर निर्माण की बेला में ही रामनगरी में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी है। आने वाले दिनों में यह संख्या कई गुना बढ़ेगी। ऐसे में शहरी परिवहन के स्वरूप को भी विस्तार दिए जाने की आवश्यकता है। इसे देखते हुए 'राइट्स' को यातायात व्यवस्था में सुधार की जिम्मेदारी सौंपी गई है। संस्था की महाप्रबंधक ने दो दिन यहां रह कर रामनगरी में भीड़भाड़ वाले स्थानों सहित कई क्षेत्रों का भ्रमण किया। उनकी मानें तो दो माह में सर्वे का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। ............
प्राधिकरण से मांगा मास्टर प्लान
-परिवहन व्यवस्था में नए बदलाव के लिए 'राइट्स' ने प्राधिकरण से मास्टर प्लान मांगा है। मास्टर प्लान से इनपुट लेकर 'राइट्स' रामनगरी के लिए भविष्य की परिवहन योजना का खाका तैयार करेगी। मास्टर प्लान के मुताबिक टेंपो का संचालन कैसा हो, बस स्टेशन कहां हो, वन-वे, डिवाइडर आदि शहरी परिवहन से संबंधित भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने की योजना बनाई जाएगी।
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ली एसोसिएट्स के सर्वे का भी होगा अध्ययन
-राइट्स की परिवहन शाखा ली एसोसिएट्स की ओर से कराए गए सर्वे का भी अध्ययन करेगी। विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने राइट्स को आश्वस्त किया है कि ली एसोसिएट्स की सर्वे रिपोर्ट सहित जो भी सहयोग होगा वह प्रदान किया जाएगा।