तेरे दरबार में मोहन सुनाने दिल की आए हैं..

नाका हनुमानगढ़ी में शरद पूर्णिमा की चांदनी में संगीत संध्या सजी। संगीत संध्या की शुरुआत पीठाधिपति महंत रामदास ने दीप प्रज्वलित कर की। तदुपरांत सत्यप्रकाश मिश्र ने लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जायेगा..गीत प्रस्तुत कर शरद पूर्णिमा को असली रंग दिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 11:43 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 11:43 PM (IST)
तेरे  दरबार में  मोहन सुनाने दिल की आए हैं..
तेरे दरबार में मोहन सुनाने दिल की आए हैं..

अयोध्या : नाका हनुमानगढ़ी में शरद पूर्णिमा की चांदनी में संगीत संध्या सजी। संगीत संध्या की शुरुआत पीठाधिपति महंत रामदास ने दीप प्रज्वलित कर की। तदुपरांत सत्यप्रकाश मिश्र ने लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जायेगा..गीत प्रस्तुत कर शरद पूर्णिमा को असली रंग दिया। इसके बाद संगीत संध्या सांवरिया प्यारे रे सांवरिया प्यारे रे मेरा दिल तुझपे कुर्बान सांवरिया प्यारे रे.., इक राधा इक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी.. जैसी मार्मिक प्रस्तुतियों से शिखर की ओर बढ़ी। पीठाधिपति महंत रामदास ने स्वयं भी समां बांधा। उन्होंने सुनाया- तेरे दरबार में मोहन सुनाने दिल की आए हैं..। इससे पूर्व गिरधर गोपाल की भव्य झांकी सजायी गयी। मंदिर के पृष्ठ भाग में खुले आसमान के नीचे सोने चांदी के दिव्य आभूषणों से सुसज्जित आराध्य विग्रह की छटा भक्तों को विभोर करने वाली थी। महंत रामदास ने मेहमानों के साथ कलाकारों को सम्मानित भी किया। संगीत संध्या में अनिल कुमार पांडेय, इं. तिलकराज तिवारी, रामनेवाजदास, प्रवेशकुमार शुक्ल अजय कुमार तिवारी, विनय पांडेय, शिवभोला सिंह आदि शामिल रहे। उत्सव का समापन गिरधर गोपाल की आरती से हुआ। यहां भी प्रवाहित हुआ पूर्णिमा का रस-

नाका बाईपास स्थित अंजनी माता बाल हनुमान मंदिर पर भी शरद पूर्णिमा का रस प्रवाहित हुआ। मंदिर की व्यवस्थापक गीता त्रिपाठी के संयोजन में भगवान के विग्रह को खुले आकाश के नीचे स्थापित कर खीर का भोग लगाया गया। इस दौरान भजन-पूजन भी चला। इस मौके पर विनय शंकर तिवारी, क्षमा श्रीवास्तव, गीता श्रीवास्तव, सुनीता पांडेय, मनोज जायसवाल, राजकुमार वर्मा, गिरधारीलाल, कपूर मोदनवाल, वीरेंद्र सिंह, ईश्वरप्रसाद यादव, आस्था यादव आदि की मौजूदगी रही।

chat bot
आपका साथी