बेसहारों का सहारा बना संघ, पशुओं का भी रख रहा ख्याल

आपदा काल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ बेसहारों का सहारा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 11:19 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 11:19 PM (IST)
बेसहारों का सहारा बना संघ, पशुओं का भी रख रहा ख्याल
बेसहारों का सहारा बना संघ, पशुओं का भी रख रहा ख्याल

अयोध्या: आपदा काल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ बेसहारों का सहारा बन गया है। कोरोना काल में होटल आदि बंद हैं और रामनगरी में श्रद्धालुओं का आना भी बंद हो चुका है तो बेसहारा पशुओं के सामने भी पेट भरने का संकट खड़ा हो गया है। आम दिनों में होटलों के बचे हुए भोजन व श्रद्धालुओं की सेवा से रामनगरी के पशुओं का पेट भर जाता था, लेकिन इन दिनों गाय, बंदर, कुत्ते आदि पेट भरने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में आरएसएस का अनुषांगिक संगठन सेवा भारती ने पशुओं का ख्याल रखने का बीड़ा उठाया है। न सिर्फ पशुओं, बल्कि पक्षियों के लिए भी रोजाना जगह-जगह दाना-पानी रखने की मुहिम शुरू की गई है।

संकटकाल व गर्मी में भूख प्यास से त्रस्त गाय, बंदरों के लिए गुड़, केला, चना, दाना, पानी भी जगह-जगह पहुंचाया जा रहा है। वहीं कुत्तों के लिए भी रोटी का इंतजाम किया जा रहा है। इस मुहिम को आगे बढ़ाने में डॉ. शिवकुमार तिवारी, रामूजी, अरविद, डॉ. उपेंद्र आदि के सहयोग से आगे बढ़ाया जा रहा है। आरएसएस के महानगर प्रचारक अनिल ने बताया कि पूरे महानगर क्षेत्र में इस अभियान को चलाया जा रहा है। जरूरतमंदों का पेट भर रही अवध रसोई

अस्पतालों में कोरोना मरीजों व उनके स्वजनों को भोजन उपलब्धता कराने के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सहयोग से नानकपुरा स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में अवध रसोई की स्थापना की गई है। यहां तैयार होने वाले भोजन को श्रीराम अस्पताल, दर्शन नगर स्थित मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल एवं यात्रियों के लिए बस अड्डा पर भोजन व पानी स्टाल लगाकर वितरित किया जा रहा हैं।

महानगर प्रचारक अनिल ने बताया इस कार्य की व्यवस्था में बालेंद्र भूषण सिंह, डॉ. आंनद, डॉ. प्रेमचंद्र, डॉ. शिवकुमार तिवारी रविद्र गुप्त, डॉ. उपेंद्र मणि, रामबहादुर, सर्वेश, अमितशंकर व वितरण एवं निगरानी में अरविद, विवेक, अवधेश, राकेश राघवानी, सर्वज्ञ, श्याम, अजय विक्रम, आनंद जायसवाल, डॉ. आभा सिंह आदि को दायित्व संभाल रहे हैं। दोपहर 12 से दो बजे एवं सायं छह से आठ बजे तक अलग-अलग भोजन वितरित किया जा रहा है।

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