धर्मस्थल खोले जाने की इजाजत से उल्लास
अयोध्या अनलॉक पार्ट-एक के प्रथम चरण में धर्मस्थल खोले जाने की इजाजत का धर्माचार्यों ने स्वागत किया है। साथ ही विश्वास दिलाया है कि कोरोना से बचाव के लिए वे स्वच्छता एवं शारीरिक दूरी के साथ सजगता के अन्य उपायों का पूरा ध्यान रखेंगे।
अयोध्या : अनलॉक पार्ट-एक के प्रथम चरण में धर्मस्थल खोले जाने की इजाजत का धर्माचार्यों ने स्वागत किया है। साथ ही विश्वास दिलाया है कि कोरोना से बचाव के लिए वे स्वच्छता एवं शारीरिक दूरी के साथ सजगता के अन्य उपायों का पूरा ध्यान रखेंगे। बजरंगबली की प्रधानतम पीठ हनुमानगढ़ी पर आम दिनों में भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है, पर 25 मार्च से लॉकडाउन के प्रथम चरण के साथ हनुमानगढ़ी के साथ एक पूरी दुनिया वीरानी के आगोश में समा गई। कुछ ऐसा ही हाल बजरंगबली की एक अन्य पौराणिक पीठ नाका हनुमानगढ़ी एवं कनकभवन एवं रामजन्मभूमि जैसे मंदिरों का रहा है। रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या प्रतिदिन औसतन 10 हजार तक पहुंचती रही है, पर लॉकडाउन की अवधि में यह संख्या गिनती की रही है। आठ जून से मंदिरों को खोले जाने की तैयारी के साथ सुप्त पड़ी दुनिया में नवजीवन का संचार हुआ है। नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास एवं दारुल उलूम बहार के मौलाना मोहम्मद शाबान कादरी ने इस ढील के लिए केंद्र सरकार के प्रति आभार भी ज्ञापित किया है।