ट्रस्ट ने गर्भगृह के पश्चिम में खरीदा पहला भूखंड

महंत नारद ने किया बैनामा गर्भगृह के पश्चिम में शुरू हो जाएगा विस्तार

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 01:18 AM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 01:18 AM (IST)
ट्रस्ट ने गर्भगृह के पश्चिम में खरीदा पहला भूखंड
ट्रस्ट ने गर्भगृह के पश्चिम में खरीदा पहला भूखंड

अयोध्या(रमाशरण अवस्थी) श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भव्य मंदिर निर्माण के लिए बुधवार को एक और भूखंड खरीद लिया। इस बैनामे के साथ राम मंदिर के गर्भगृह की पश्चिम दिशा में भी परिसर के विस्तार का कार्य शुरू हो गया। रामकोट मोहल्ले के निवासी महंत नारद ने तकरीबन एक बिस्वा जमीन ट्रस्ट को दे दी। खरीदारी ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने की। गवाह ट्रस्टी डॉ.अनिल मिश्र हैं। इसके एवज में ट्रस्ट ने तकरीबन 90 लाख रुपये महंत को भुगतान किया है। ये भूखंड परिसर की पश्चिमी दिशा में स्थित है। पश्चिम दिशा में जमीन खरीदारी कर ट्रस्ट परकोटे को आयताकार या वर्गाकार आकार देना चाहता है। इस दिशा में अभी और भी भूखंड खरीदे जाएंगे। भावभूमि पहले से ही तैयार है।

इसके पूर्व राम जन्मभूमि परिसर के विस्तार के लिए गर्भगृह के ईशान कोण (पूर्व-उत्तर) में भूमि की खरीदारी की गई थी। इस दिशा में परकोटे का तय आकार पूरा हो जाने के बाद पश्चिम दिशा में ट्रस्ट ने ध्यान केंद्रित किया।

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सरकार ने दो करोड़ 98 लाख में खरीदी रामकोट में भूमि

मार्ग के चौड़ीकरण के लिए जिला प्रशासन ने कोटरामचंदर में स्थित बड़ास्थान की 853 वर्गमीटर भूमि के अलग अलग भूखंड की खरीदारी की है। मंदिर के महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य ने इसका बैनामा किया। बैनामा का द्वितीय पक्ष प्रदेश की राज्यपाल हैं। इस भूमि की बाजारी कीमत एक करोड़ 49 लाख, 39 हजार 486 रुपये है, जिसे दो करोड़ 98 लाख, 78 हजार 972 रुपये में खरीदा गया।

तीजोत्सव के रंग में रंगी रामनगरी, गुलजार रहे बाजार

अयोध्या: रामनगरी में तीज का भी प्रकाश बिखरता है। महिलाओं की शक्ति और साम‌र्थ्य के प्रतीक पर्व की पूर्व संध्या पर बाजारों में खासी रौनक रही। गुरुवार को महिलाएं पूरे दिन निर्जल व्रत रह कर गौरी माता व शंकर जी का पूजन करेंगी। शुक्रवार की सुबह गौरी माता का पूजन करने के उपरांत व्रत का पारण होगा। मान्यता भी यह है कि शंकर जी को वर के रूप में प्राप्त करने के लिए माता पार्वती ने इस व्रत को रखा था। तभी से इस व्रत की परंपरा आरंभ हुई। पूजन के दौरान व्रत की कथा भी कही जाती है।

बुधवार को इस पर्व की छटा शहर से लेकर गांव तक बिखरी नजर आई। शहर में रिकाबगंज, नाका, चौक आदि बाजारों में पर्व से संबंधित वस्तुओं की बिक्री के लिए दुकानें लगाई गईं। श्रृंगार की वस्तुओं की मांग खूब रही। दुकानों पर काजल, बिदी, शीशा समेत श्रृंगार से जुड़े 16 प्रकार के सामान की खरीदारी के लिए महिलाओं का जमावड़ा दुकानों पर लगा रहा। नाका पर खरीदारी करती मिलीं रश्मि का कहना था कि तीज के व्रत की अहमियत जैसी पहले थी, वैसी ही अब भी है।

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