विश्वामित्र आश्रम से संचालित होंगी मंदिर निर्माण की गतिविधियां

रघुकुल के गुरु विश्वामित्र का आश्रम मंदिर निर्माण की गतिविधियों का केंद्र होगा। रामजन्मभूमि परिसर में स्थित विश्वामित्र आश्रम में एलएंडटी ने अपना कार्यालय बनाने का निर्णय लिया है। मंदिर निर्माण की कार्यदायी संस्था ने इस आश्रम को कार्यालयी रूप देने का कार्य आरंभ कर दिया है.

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Aug 2020 10:54 PM (IST) Updated:Sat, 22 Aug 2020 10:54 PM (IST)
विश्वामित्र आश्रम से संचालित होंगी मंदिर निर्माण की गतिविधियां
विश्वामित्र आश्रम से संचालित होंगी मंदिर निर्माण की गतिविधियां

अयोध्या : रघुकुल के गुरु विश्वामित्र का आश्रम मंदिर निर्माण की गतिविधियों का केंद्र होगा। रामजन्मभूमि परिसर में स्थित विश्वामित्र आश्रम में एलएंडटी ने अपना कार्यालय बनाने का निर्णय लिया है। मंदिर निर्माण की कार्यदायी संस्था ने इस आश्रम को कार्यालयी रूप देने का कार्य आरंभ कर दिया है। वही दूसरी ओर दिल्ली में हुई मंदिर निर्माण समिति की बैठक का असर निर्माण कार्य से जुड़ी पूर्व की तैयारियों पर दिखने लगा है। कार्यदायी संस्थान के कार्यालीय रूप में सज्जित हो रहा विश्वामित्र आश्रम परिसर में ईशानकोण पर है।

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मानस भवन का ध्वस्तीकरण शुरू

अयोध्या: मंदिर निर्माण के लिए नींव की खोदाई वाले चिह्नित स्थलों की बाधाओं को हटाए जाने का कार्य शुरू हो गया है। इसी क्रम में मानस भवन के दक्षिणी हिस्से के धवस्तीकरण का कार्य शुरू हो गया है। पहले दिन दीवार पर लगी खिड़कियों को निकाला गया। दूसरी ओर अमावा मंदिर मार्ग से आगे ही एक भवन में श्रमिकों के आवास की व्यवस्था की जा रही है। यहां ठप पड़ा मरम्मत का कार्य रफ्तार पकड़ने लगा है।

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प्रसाद में हुआ किशमिश का समावेश

अयोध्या: ट्रस्ट कार्यालय से दानदाताओं को भेजे जाने वाले रामलला के प्रसाद में किशमिश का समावेश है। प्रसाद में मिश्री, मूंगफली के साथ किशमिश भी शामिल किया गया। प्रत्येक दानदाता को 20 का ग्राम का पैकेट डाक से भेजा रहा है। इस पर दस रुपये का टिकट लगाया जा रहा है।

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ताम्र पट्टिका देने की होड़

अयोध्या: भूमिपूजन के पहले जल, मिट्टी, चांदी की ईंट दान करने की जहां होड़ लगी थी वहीं अब ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय के ताम्र पट्टिका संबंधित एलान के बाद बड़ी संख्या में इसे दान करने के लिए लोग आगे आ रहे हैं। रामभक्त रामजन्मभूमि ट्रस्ट कार्यालय में फोन कर इसकी जानकारी ले रहे हैं। कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि कलकत्ता, नई दिल्ली, मद्रास से कई ऐसे रामभक्तों ने फोन किया जो दस हजार ताम्र पट्टिका अकेले ही दान करने को इच्छुक हैं।

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