ट्रेन में भूख से बेहाल था मासूम, दूध का पैकेट लेकर पहुंचे रेल अधिकारी

किसान एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे हरियाणा के दंपती को अयोध्या कैंट में मिली मदद. रेल मदद एप से यात्री तक रेलवे अधिकारियों ने 20 मिनट में पहुंचाई सहायता.

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 07:51 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 07:51 AM (IST)
ट्रेन में भूख से बेहाल था मासूम, दूध का पैकेट लेकर पहुंचे रेल अधिकारी
ट्रेन में भूख से बेहाल था मासूम, दूध का पैकेट लेकर पहुंचे रेल अधिकारी

रविप्रकाश श्रीवास्तव, अयोध्या

एक वर्ष के मासूम सत्यम को चलती ट्रेन में भूख लग गई। पिता ने बैग से बोतल में रखा दूध निकाला तो वह खराब हो चुका था। कतिपय कारणों से मां का दूध भी बच्चे को नहीं दिया जा सकता था। ऐसे में मासूम बच्चे की भूख मिटाने की चिता उसके मां-बाप के चेहरे पर साफ दिख रही थी। बोगी में काफी देर से बच्चे को रोता देख एक सहयात्री दंपती की परेशानी को भांपते हुए उनके पास सहायता के लिए पहुंच गया। पूछने पर पता चला दूध के लिए बच्चा रो रहा है, जो दूध रखा गया था वह खराब हो चुका है। बच्चे की भूख को लेकर दंपती को तनाव में देख सहयात्री अमर प्रताप सिंह ने रेल मदद एप पर बच्चे के लिए दूध की मांग की। सालारपुर रेलवे स्टेशन के पास एप पर दूध की मांग अपलोड होते ही रेलवे हरकत में आया और उसने अयोध्या कैंट पर संदेश भेज तत्काल यात्री को दूध उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। वाणिज्य निरीक्षक अजय सिंह ने दूध का प्रबंध करने के साथ मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक कौशल किशोर को भी तत्काल मौके पर जाने के लिए रवाना किया। ट्रेन तब तक अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन से भी चल चुकी थी, लेकिन मदद लेकर रेल अधिकारी ट्रेन में पहुंच चुके थे। ट्रेन अयोध्या जंक्शन पहुंचते-पहुंचते बच्चे के लिए दूध और दंपती के लिए भोजन का पैकेट लेकर अधिकारी उनके सामने खड़े थे। यह आप बीती हरियाणा के कुरुक्षेत्र निवासी नरेश कुमार की है, जो पत्नी नीलम और मासूम बच्चे सत्यम के साथ किसान एक्सप्रेस की एस-वन बोगी में यात्रा कर रहे थे। मदद से प्रसन्न नरेश ने वाणिज्य निरीक्षक और मुख्य सफाई निरीक्षक को धन्यवाद दिया। अमर प्रताप ने कहाकि रेलवे की तत्परता काफी सराहनीय है। वाणिज्य निरीक्षक ने बताया कि सूचना मिलने से लेकर मदद पहुंचाने तक में करीब 20 मिनट का समय लगा। यात्रियों की सेवा रेलवे का प्रथम दायित्व है।

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